गोरखपुरः छठ पूजा की पवित्रता और महत्ता को देखते हुए गोरखपुर के किन्नर समाज ने भी इस पूजा-पाठ में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. उन्होंने अपने यजमानों की कुशलता और समृद्धि के लिए इस दौरान अस्ताचलगामी और उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूरा किया. इस दौरान वह अपने निवास स्थान से छठ घाट तक सड़क पर लेटते हुए पहुंचे. उनके इस कार्यक्रम के दौरान किन्नर समाज के बाकी सदस्य और आम लोग भी शामिल थे. इस दौरान गीत-संगीत का माहौल बन पड़ा था. छठ महापर्व को मनाने के लिए इनका उत्साह देखने लायक था.
13 वर्षों से लगातार कर रहीं छठ व्रत
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर किरन बाबा उर्फ नंदगिरी के नेतृत्व में यह पूरा कार्यक्रम आयोजित हुआ. उनके आवास पर बाकायदे छठ मैया के गीत गाए गए और लकड़ी के चूल्हे पर छठ मैया को चढ़ाए जाने वाला पकवान भी बनाया गया. वह पिछले 13 वर्षों से अपने यजमानों की सलामती के लिए यह व्रत करती आ रही हैं.
कोरोना से निजात की कामना
अर्घ्य देने के लिए वह अपने आवास से टीचर कॉलोनी, शिव मंदिर, पीपीगंज चौराहा, दुर्गा मंदिर होते हुए साहबगंज घाट पर लेटती हुई पहुंची. शाम को जहां उन्होंने अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया. वहीं सुबह के समय उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूरी दुनिया में फैली कोरोना की महामारी को भी खत्म हो जाने की ईश्वर से प्रार्थना किया. इस दौरान उन्होंने लोगों में छठ मैया का प्रसाद भी वितरित किया.
भंडारा और अखंड ज्योति पाठ का आयोजन
छठ के इस महापर्व पर किरन देवी ने भंडारे का भी आयोजन किया. साथ ही अखंड ज्योति का पाठ करके लोगों की सुख समृद्धि की कामना भी की. उनके भंडारे में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और इनके आयोजन के साक्षी और सहयोगी भी बने. किन्नर समाज द्वारा आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम लोगों को बहुत ही पसंद आता है. यह समाज के लोगों में धार्मिक भावना को भी भर देता है.