गोरखपुर: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत महंत दिग्विजय नाथ पार्क में गोरखपुर की करीब 400 गरीब बेटियों की शादी आज हो रही है. इसमें बाराती तो दूल्हे और दुल्हन के घर वाले होंगे. लेकिन, योगी सरकार के सभी जिला स्तरीय अधिकारी घराती की भूमिका निभाएंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में लगभग 2 लाख बेटियों की शादी अब तक हो चुकी है और उसी सिलसिले में शुक्रवार को गोरखपुर में 400 बेटियों के हाथ और पीले हो रहे हैं. आयोजन में जिले के समस्त जनप्रतिनिधियों को मुख्य विकास अधिकारी की तरफ से निमंत्रित किया गया है. मौके पर सहभोज का आयोजन भी होगा, जिसमें वर-वधू पक्ष के अलावा प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे.
पूरे कार्यक्रम में दोनों पक्ष को सुबह 11:00 बजे तक आमंत्रित कर दिया गया है, जिससे विवाह की रस्म शाम 4:00 बजे तक पूर्ण होगी. पांडाल लगने से लेकर साज-सज्जा की जिम्मेदारी मुख्य विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी को मुख्य रूप से सौंपी गई है. बाकी अन्य विभागों के अधिकारी भी पूरी जिम्मेदारी निभाएंगे. इसमें हर वर्ग के जोड़े शामिल हैं. हिंदू-मुस्लिम रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराने के लिए पुरोहित और मौलवी बुलाए गए हैं. 6 ब्राह्मण पुरोहित और एक मौलवी शादी संपन्न कराएंगे.
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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी जोड़ें के विवाह पर करीब ₹51 हजार खर्च किए जाएंगे, जिसमें 35 हजार लाभार्थी कन्या के खाते में दिया जाएगा और ₹10 हजार का सामान और ₹6 हजार प्रति लाभार्थी आयोजन पर खर्च होगा. सामान में वर वधू के वस्त्र जिसमें साफा, चुनरी, चांदी की पायल, बिछिया, बर्तन आदि शामिल होंगे. इनकी शादी की वैधानिकता भी बड़ी होगी. क्योंकि यह एक रजिस्टर्ड व्यवस्था के तहत आयोजित हो रही है और जिसका इन्हें सर्टिफिकेट भी जारी किया जाएगा.
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