गोरखपुरः मौसम विभाग ने पूर्वांचल में हाईअलर्ट जारी कर दिया है. जनपद में सोमवार की शाम से हो रही मूसलाधार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है. इस प्रकार की बारिश अब किसानों और आम लोगों के लिए परेशानी बनती जा रही है. सड़कों पर पानी भर जाने से आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.
पानी भरने से प्रभावित हुई खरीफ की फसल-
- खेतों में पानी भर जाने से खरीफ की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है.
- किसान धान की नर्सरी तैयार करके रोपाई का इंतजार कर रहे थे..
सब्जियों की खेती बर्बादी के कगार पर-
- खरीफ मौसम की सब्जियों पर बारिश का बुरा असर पड़ने लगा है.
- बारिश होते ही हरी सब्जियां बाजारों से गायब हो गई हैं.
- जो सब्जियां बाजारों में उपलब्ध हो रही है, उनका भाव भी आसमान पर है.
- भिन्डी, करैला, लौकी, सरपुतिया, नेनुआ आदि बाजारों में कम दिख रही है.
पेड़-पौधे गिरे, मवेशियों के सामने हरे चारे का संकट-
- तेज हवाओं के साथ रुक-रुककर निरंतर वर्षा हो रही है.
- तेज हवाओं से पेड़-पौधे, मकान धाराशायी हो रहे हैं.
- मवेशियों के सामने हरे चारे का संकट है.
- लोगों का घरों से निकलना बंद हो गया है.
- विद्युत पोल गिरने से विद्युत व्यवस्था ठप हो गई है.
बारिश होने के लिए तरस रहे थे कि कब बरसात हो और लोगों का जीवन खुशहाल हो. लेकिन जब बरसात हुई तो लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. बारिश से लोगों के जान-माल और फसल सबको नुकसान पहुंचा है. बरसात का पानी लोगों के जख्मों पर मरहम साबित हुआ. लेकिन मूसलाधार बारिश अब लोगों के लिए जख्म साबित हो रही है.
-जमील अहमद, किसानखेतों में की गई धान की रोपाई जलजमाव के कारण बर्बाद हो गए. मवेशियों के सामने हरे चारे का भी संकट खड़ा हो गया है. हरा घास न मिलने से मवेशी भुखमरी के कगार पर हैं. धानों की नर्सरी भी कहीं नही बची हुई है कि फिर से रोपाई की जा सके.
-मकसूद आलम, किसान