गोरखपुर: खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार हो गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण से खेतों में पकी फसलों की कटाई-मढ़ाई का काम शुरू हो गया है. किसान श्रमिकों और मशीनों के माध्यम से तेजी से कार्य कर रहे हैं. किसानों को संक्रमण से बचाने के लिए गोरखपुर कृषि विज्ञान केंद्र ने एडवाइजरी जारी की है. कृषि वैज्ञानिकों ने मशीनों के रख-रखाव और फसल कटाई में लगे श्रमिकों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग करने का निर्देश दिया है.
जनपद के पिपराइच क्षेत्र में इन दिनों खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार है. फसल की कटाई-मढ़ाई जोरों पर चल रही है. गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि रबी की फसलों की कटाई-मढ़ाई कार्य के दौरान संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. फसलों की हाथ से कटाई के दौरान उचित दूरी में काम करना बेहतर होगा. एक पट्टी की दूरी में एक ही व्यक्ति कार्य करें. प्रत्येक कार्य करने वाले व्यक्ति के बीच कम से कम 5-6 फुट की दूरी रखें. सभी लोग मास्क पहनने के साथ काम के बीच से में साबुन से हाथ धोते रहें. मास्क न होने पर सूती गमछा अथवा धोती के टुकड़े को तीन परत लपेटकर काम करें.
अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एक दिन में अधिक श्रमिकों को कार्य में लगाने के बजाय कार्य को कई दिनों में बांटा जाए. अनजान व्यक्ति से खेत में काम कराने से बचा जाए. सभी उपकरणों को भी समय-समय पर साबुन से साफ करते रहें. नई बोरियों को नीम के 5% घोल में उपचारित करें. इसके बाद सुखाकर ही अनाज का भण्डारण करें. किसान खान-पान में विटामिन-सी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें. ताजी सब्जियों के साथ गर्म पानी लहसुन, अदरक, तुलसी का भी सेवन करें.