गोरखपुरः सीएम योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि गोरखपुर की पहचान सबसे तेज विकास की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ते हुए महानगर के रूप में स्थापित हो रही है. विकास ही एक उज्जवल और मंगलमय भविष्य की गारंटी हो सकती है और उस विकास के साथ हम सब को जोड़कर गोरखपुर को और आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि हर एक को न्याय मिले. इससे हर व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस करे. यही सरकार की मंशा और प्राथमिकता है. विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के साथ व्यक्ति को न्याय मिलना और दिखना भी चाहिए.
इस अवसर पर सांसद रवि किशन, कमलेश पासवान, राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक महेन्द्र पाल सिंह, विपिन सिंह, डॉक्टर विमलेश पासवान, राजेश त्रिपाठी, श्रीराम चौहान, सरवन निषाद, बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, मंडलायुक्त रवि कुमार, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह आदि उपस्थित रहे.
सीएम योगी रविवार को महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में आयोजित समारोह के दौरान जिले में सड़क, बाढ़ सुरक्षा, शिक्षा आदि से संबंधित 144 करोड़ रुपये से अधिक की 61 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने 33.16 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाओं का लोकार्पण और 111.33 करोड़ रुपये की 21 परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विकास एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है. इसमें आम जनमानस की सहभागिता आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक योग्य जनप्रतिनिधि निरंतर प्रयास करके अपने क्षेत्र के लिए परियोजनाएं लेकर आता है और आज उसका परिणाम है कि जिले की एवं गोरखपुर कमिश्नरी की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विकास देखने को मिल रहा है. कहीं सड़क बन रही है, कहीं स्कूल-कॉलेज बन रहे हैं. कहीं उद्योग-धंधे लग रहे हैं. कहीं कस्तूरबा गांधी विद्यालय का निर्माण हो रहा है. कहीं पर अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण हो रहा है. कहीं पर आपरेशन कायाकल्प के तहत बेसिक परिषद से जुड़े हुए विद्यालयों के नव निर्माण की कार्रवाई आगे बढ़ रही है. बाढ़ बचाव से जुड़े काम हो रहे हैं. कहीं मेडिकल कॉलेज तो कहीं अस्पताल का निर्माण हो रहा है. कुछ ने कुछ कार्य हर क्षेत्र में निरंतर हो रहे हैं.
सीएम ने कहा कि सरकार धनराशि देती है और हमारे सांसदगण, विधायकगण उससे विकास योजनाओं के लिए प्रयास करते हैं. सरकार उसको स्वीकृत कर धनराशि अवमुक्त करती है. जनता का भी दायित्व है कि सकारात्मक रूप से विकास की इन परियोजनाओं में अपना सहयोग करते हुए उसे समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने में योगदान दें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्य में किसी भी तरह की कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. क्योंकि अगर कोई बाधा आती है और कार्य में देरी हुई तो उसका रिवाइज स्टीमेट प्रस्तुत किया जाता है. जिससे प्रदेश के राजस्व पर उसका विपरीत असर पड़ता है. साथ ही विकास की परियोजना में देरी होने के कारण आम जनमानस को भी काफी परेशानी होती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं. ऐसे में जब जनता भी सकारात्मक भाव के साथ परियोजनाओं के साथ जुड़ती है तो कार्य मानक की गुणवत्ता को बनाये रखते हुए समयबद्ध ढंग से इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है.
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इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि नियमित रूप से हम लोग जनता की समस्याओं को सुनें. अगर कोई जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए काम करे तो तमाम विवादों का समाधान जनसुनवाई के माध्यम से ही हो सकता है. उन्होंने कहा कि महीने में दो बार तहसील/थाना दिवस आयोजित किये जाएं और यह भी सुनिश्चित हो कि ग्राम पंचायत की समस्याओं का समाधान उसी स्तर पर हो. सकारात्मक सहयोग से विकास को आगे बढ़ाया जायें.
लोकार्पण व शिलान्यास समारोह के दौरान सीएम योगी ने अपने हाथों से पांच क्षय रोगियों के परिजनों को किट्स, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के छह लाभाथिर्यों को आवास की चाबी और गोंवश रक्षा के लिए भूसा दान देने वाले तीन लोगों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया.
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