गोरखपुर: तंग गलियों और जीर्ण-शीर्ण मकान में रहने को मजबूर गोरखपुर के महिला शरणालय की निराश्रित महिलाओं को, अब नया और बेहतर सुविधाओं से युक्त शरणालय बहुत जल्द मिल जाएगा. प्रदेश की योगी सरकार ने करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से शहर के आईटीआई कॉलेज चरगावां परिसर में करीब सवा 4 एकड़ क्षेत्रफल में, 100 महिलाओं के रहने लायक विभिन्न सुविधाओं से युक्त, महिला शरणालय बनाए जाने को हरी झंडी दे दिया है. शासन से इसकी वित्तीय स्वीकृति भी हो गई है. बहुत जल्द टेंडर फाइनल करने के साथ इसके शिलान्यास का कार्यक्रम भी होगा. ऐसा माना जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों ही होगा जो महिलाओं को बेहतर जीवन देने की उनकी सोच से जुड़ा हुआ है.
मौजूदा समय में गोरखपुर में निराश्रित महिलाओं के लिए जो राजकीय शरणालय है वह शहर के घंटाघर में हैं. यहां संकरी गलियों से होते हुए पहुंचा जा सकता है. कई दशकों से यह एक किराए के भवन में संचालित होता है जो एक ट्रस्ट के अधीन है. करीब 35 महिलाएं इस समय इस से शरणालय में रह रही हैं. तमाम तरह की दिक्कतें और आवश्यकता यहां आती रहती हैं, जिसको पूरा कराने के लिए जिला प्रोबशन कार्यालय जिसके अधीन यह संचालित होता है जुटा रहता है.
सबसे बड़ी बात है कि इन महिलाओं को एक व्यवस्थित और खुले वातावरण की आवश्यकता है. क्योंकि यह अपनों से दूर वैसे ही मानसिक रूप से पीड़ित रहती हैं, जिन्हें पूरा सपोर्ट देने के लिए महिला काउंसलर समेत अन्य लोगों की टीम काम करती है, लेकिन वातावरण का बड़ा असर होता है. इसलिए खुद का शरणालय बनाए जाने के लिए जिला प्रोबेशन कार्यालय ने जो प्रस्ताव शासन को भेजा था. वह मुख्यमंत्री के मनसा के अनुकूल था, जो बहुत जल्द निर्माण की प्रक्रिया से जुड़ जाएगा. जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह ने कहा है कि निर्माण में कोई बाधा नहीं है. वित्तीय स्वीकृति के साथ जमीन भी संस्था के नाम हस्तांतरित हो चुकी है.
गौरतलब है कि बनाए जाने वाले नए भवन में महिलाओं के सिर्फ रहने का ही इंतजाम नहीं होगा. यहां पर मनोरंजन के साथ स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को भी पूरा करने की कोशिश एक छत के नीचे की जा रही है जो इनके लिए लाभदायक होगा.
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