गोंडा: जनपद से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाला वीडियो सामने आया है. रविवार को विकास भवन की सफाई में लगे कर्मचारियों ने हजारों की संख्या में रखे तिरंगे की बोरियों में आग लगा दी, जिसका वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो कि अब सामने आया है. वहीं, मामले की जानकारी लगते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
दरअसल, तिरंगा अभियान के बाद दर्जनों की संख्या में राष्ट्रीय ध्वज बच गए थे. ध्वज को विकास भवन स्थित एक कमरे में रखा गया था. इसी दौरान रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण विकास भवन के कमरों की सफाई कराई जा रही थी. इसी सफाई के दौरान कर्मचारियों ने कमरे में रखे दर्जनों की संख्या में तिरंगे झंडे को बोरियों में भरकर विकास भवन परिसर के पीछे ले जाकर आग लगा दी. कुछ देर बाद जलते हुए तिरंगे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया. आनन फानन डीडीओ मौके पर पहुंचे. लेकिन तब तक हजारों की संख्या में तिरंगा झंडा जलकर राख हो गया. इसके बाद में डीडीओ ने राख पर मिट्टी डालकर उसे दफन कराया.
वहीं, जिलाधिकारी ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार रविवार छुट्टी के दिन प्रयोग फटे तिरंगे और ऐसे तिरंगे जनपद चक्र नहीं बना था. उन को नष्ट करने के लिए शासन की गाइडलाइन के अनुसार छुट्टी के दिन नष्ट कराने की प्रक्रिया की गई है. किसी शरारती तत्व द्वारा उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. फिलहाल इसकी जांच की जा रही है.
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