गाजीपुर: बहुचर्चित अवधेश राय हत्याकांड मामले में बुधवार को गाजीपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में अजय राय की पेशी हुई. मुख्तार अंसारी मौजूदा वक्त में बांदा जेल में बंद हैं. इसके चलते अजय राय की जिरह मुख्तार अंसारी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई. अब इस मामले में अगली तारीख 30 जुलाई नियत की गई है.
बता दें कि अवधेश राय अजय राय के भाई थे. साल 1991 में वाराणसी में उनकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मुख्तार अंसारी समेत उनके कुछ साथियों को मुख्य आरोपी बनाया गया था. गाजीपुर में इस मामले की सुनवाई के दौरान गवाहों के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं. बुधवार को दोनों पक्षों के वकीलों ने न्यायालय में अपना अपना पक्ष रखा. पेशी के बाद अजय राय ने उम्मीद जताई कि उन्हें न्यायालय से न्याय मिलेगा. मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी पर हुई कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ प्रशासन एक्शन ले रहा है.
अजय राय ने कहा कि मुख्तार अंसारी के ऊपर गैंगस्टर का मामला दर्ज है. उसी मामले में आज जिरह हुई है. गवाही पहले ही हो चुकी है. उन्होंने कहा कि कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, बाकी सब न्यायालय के ऊपर है. वहीं मुख्तार अंसारी के परिवार को भगोड़ा घोषित किए जाने और अफजाल अंसारी पर कुर्की की कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि प्रशासन अपना काम कर रहा है. जो भी आपराधिक कार्यों में लिप्त है उस पर कार्रवाई हो रही है. मैं न्यायालय से मांग करता हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर और दंडात्मक कार्रवाई की जाए.
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बता दें कि 3 अगस्त 1991 को अवधेश राय लहुराबीर स्थित अपने घर के सामने मौजूद थे. तभी उन पर हमला हुआ और गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी गई. उनके भाई पूर्व विधायक अजय राय ने इस मामले में चेतगंज थाने में मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
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