गाजीपुर: भारत के ज्यादातर राज्यों में प्याज की बढ़ी कीमतों से लोगों के खाने का स्वाद बिगड़ा हुआ है. प्याज 100 से 130 रुपये किलो तक बिक रहा है. प्याज की बढ़ी कीमतों ने भाजपा सरकार को महंगाई नियंत्रण के मोर्चे पर घेरा है.
कितनी सच्चाई है सांसद जी के दावे में
ईटीवी भारत की पड़ताल में प्याज के दाम 25 रुपये नहीं मिले. लोकतंत्र के मंदिर संसद में बलिया सांसद का यह दावा गलत साबित हुआ. पड़ताल की तो पता चला कि प्याज का दाम 85 से 100 रुपये प्रति किलो है.
यही नहीं मुहम्मदाबाद समेत गाजीपुर के दुकानदार सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बयान से असहमत दिखे. पूरे देश की तरह यहां पर भी दुकानों पर प्याज 100 रुपये के आसपास हैं. लेकिन सांसद जी ₹25 किलो प्याज बिकने का दावा कर रहे हैं.
संसद में सांसद का सस्ती प्याज दिलाने का दावा
दरअसल, गुरुवार को बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने संसद में कहा कि दुनिया की सबसे उपजाऊ जमीन गंगा-यमुना का मैदान है. जाकर देखिये वहां के किसान प्याज कैसे पैदा करते हैं. नासिक के किसान उस तरह के प्याज नहीं पैदा करते हैं. आज भी एक-एक किसान के घर में सैकड़ों बोरे प्याज रखे हैं.उन्होंने आगे कहा कि मेरे इलाके में 20 से 25 रुपये किलो प्याज बिक रहे हैं. ये प्याज की राजनीति कब तक करोगे. सासंद ने कहा कि चलो मेरे साथ मोहम्मदाबाद मै एक ट्रक प्याज 25 रुपये प्रति किलो दिलाता हूं.
बलिया सांसद के इस बयान पर गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि, मैं खुद उनके संसदीय क्षेत्र का एक मतदाता हूं. मैं उनका बड़ा सम्मान करता हूं. वो सीनियर हैं. पता नहीं उस दिन किस मूड में थे कि देश के सबसे बड़े मंदिर में खड़े होकर महंगाई पर इतना बडा़ बयान दे डाला. सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा की उनके संसदीय क्षेत्र के मोहम्मदाबाद में ₹25 किलो प्याज बिक रहा है. कोई लेना चाहे तो ट्रक भर दिला सकते हैं.
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मैं खुद मोहम्दाबाद का रहने वाला हूं. प्याज बाजार में 125 से ₹130 किलो तक बिक जा रहा है. लगता है कि मस्त जी मूड में थे. लगता है एक सौ वाली बात वह भूल गए. वह मस्त हैं जब वह अपनी धुन में बोलते हैं तो उनसे कौन पूछने की हिम्मत करेगा.
-अफजाल अंसारी, सांसद ,गाजीपुर