नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के ऑफिस में लोगों की सहूलियत के लिए बनाए गए सिंगल विंडो सिस्टम नकारा साबित हो रहे हैं. दिसंबर महीने में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की थी.
उद्घाटन के वक्त जीडीए के अधिकारियों का दावा था कि सिंगल विंडो सिस्टम के चालू होने से रिश्वतखोरी बंद हो जाएगी और जीडीए में व्याप्त भ्रष्टाचार में कमी आएगी.
अधिकारियों की बुलाई बैठक
- अभी सिंगल विंडो सिस्टम में 1,198 शिकायतें लंबित है.
- इनमें से 508 शिकायतों की समय सीमा भी पूरी हो चुकी है.
- सिंगल विंडो सिस्टम के तहत आने वाले आवेदन और उनके निस्तारण में अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है.
- इसी वजह से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने सिंगल विंडो सिस्टम की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई है.
508 शिकायतें हैं लंबित
- जीडीए की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने एक दिसंबर 2018 से सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था लागू की थी.
- रिसेप्शन काउंटर पर सिंगल विंडो सिस्टम योजना के साथ 5 काउंटर बनाए गए थे.
- यहां लोगों के शिकायत पत्र जमा किए जाते थे.
शुरुआती कुछ दिनों में तो यह व्यवस्था कारगर सिद्ध हुई, लेकिन वक्त बीतने के साथ अधिकारी फिर से अपने पुराने रवैये में ढल गए. इसके कारण समय सीमा समाप्त हो जाने के बावजूद प्राधिकरण में 508 शिकायतें लंबित हैं.