नोएडा: किसान आंदोलन का आज 61वां दिन है. मंगलवार को जब किसान आंदोलन अपने 62वें दिन में प्रवेश करेगा तो एक नया ही इतिहास देखने को मिलेगा. एक तरफ जहां पारंपरिक रूप से राजपथ पर परेड निकलेगा तो वहीं दूसरी तरफ किसान ट्रैक्टर रैली निकालकर एक नया इतिहास लिखने की कोशिश करेंगे.
पिछले दो महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. कई दौर की बातचीत सरकार और किसानों के बीच हो चुकी है. लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात बराबर ही है. किसान जहां नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं तो वहीं सरकार वापस लेने की बजाय संशोधन पर जोर दे रही है.
बहरहाल सबकी निगाहें कल की ट्रैक्टर रैली पर टिकी हैं. दिल्ली पुलिस के इस खुलासे के बाद कि पाकिस्तान से ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा भड़काने की कोशिश हो रही है. सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, 13 से 18 जनवरी के बीच दिल्ली पुलिस की खुफिया शाखा ने पाकिस्तान से संचालित हो रहे 308 ट्विटर हैंडल की पहचान की है. इनके जरिए किसान आंदोलन के दौरान हिंसा भड़काने की साजिश रची जा रही थी. यह खुलासा दिल्ली पुलिस के इंटेलिजेंस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने किया है.
परेड में नहीं जाएंगी ट्रॉलियां
दिल्ली पुलिस के इस खुलासे के बाद किसान संगठन भी सतर्क हो गए हैं और उन्होंने रैली में शामिल होने के लिए एक गाइडलान जारी की है. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से योगेंद्र यादव ने परेड से संबंधित जानकारियां साझा की. उसके अनुसार, परेड में ट्रैक्टर और दूसरी गाड़ियां चलेंगी, लेकिन ट्रॉली नहीं जाएगी. जिन ट्रालियों में विशेष झांकी बनी होगी, उन्हें छूट दी जा सकती है. मोर्चा ने परेड में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए एक नंबर भी जारी किया है, जिस पर मिस्ड कॉल देने पर व्यक्ति परेड में शामिल हो सकता है.
24 घंटे का रखना होगा राशन-पानी
साथ ही परेड में शामिल लोगों को अपने साथ 24 घंटे का राशन-पानी का इंतजाम भी करने को कहा गया है, ताकि जाम में फंसने पर किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. हर ट्रैक्टर या गाड़ी पर किसान संगठन के झंडे के साथ-साथ राष्ट्रीय झंडा भी लगाया जाए. ट्रैक्टर या परेड में किसी भी राजनीतिक पार्टी का झंडा नहीं लगेगा. साथ ही लोगों को किसी भी तरह हथियार रखने और भड़काऊ नारा लगाने से भी परहेज करने को कहा गया है.
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जरूरी सूचना: किसान गणतंत्र परेड में इन राज्यों से दिल्ली आए जो किसान अपने राज्य की झांकी में हिस्सा लेना चाहते हैं वो तुरंत संपर्क करें।
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) January 24, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
राज्य: हिमाचल, गुजरात, गोवा, तमिलनाडु, तेलंगाना, छत्तीसगढ़,झारखंड, बिहार, सिक्किम, मेघालय, मणिपुर,मिजोरम, नागालैंड,अरुणाचल
संपर्क: 9872890401 pic.twitter.com/iDtwbxZyma
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परेड के दौरान हिदायतें
मोर्चा ने परेड के दौरान की हिदायत जारी करते हुए कहा है कि परेड की शुरुआत किसान नेताओं की गाड़ी से होगी. उनसे पहले कोई ट्रैक्टर या गाड़ी रवाना नहीं होगी. वहीं परेड में शामिल सभी को हरे रंग की जैकेट पहने ट्रैफिक वॉलिंटियर की हर हिदायत को मानना ही पड़ेगा.
सभी गाड़ियां तय रूट पर ही चलेंगी, जो गाड़ी रूट से बाहर जाने की कोशिश करेगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई गाड़ी सड़क पर बिना कारण रुकने या रास्ते में डेरा जमाने की कोशिश करती है, तो वॉलंटियर उन्हें हटाएंगे. एक ट्रैक्टर पर ज्यादा से ज्यादा ड्राइवर समेत पांच लोग सवार होंगे. बोनट, बंपर या छत पर कोई नहीं बैठेगा. ट्रैक्टर में कोई अपना ऑडियो डेक नहीं बजाएगा. परेड में किसी भी किस्म के नशे की मनाही रहेगी. साथ ही औरतों की इज्जत करनी होगी और सड़क पर कचरा फेंकना मना होगा.
इमरजेंसी की हिदायतें
परेड के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए भी मोर्चे की तरफ से कुछ हिदायतें जारी की गई हैं, जिसके अनुसार लोगों को अफवाह से बचने और सूचना की प्रामाणिकता जांचने की सलाह दी गई है. परेड में एंबुलेंस की व्यवस्था भी रहेगी.
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ये भी पढ़ें:-टिकरी बॉर्डर पर किसानों का दावा, '30 लाख ट्रैक्टर रैली में होंगे शामिल'
किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी होने पर हेल्पलाइन नंबर या नजदीकी वालंटियर से संपर्क करने की सलाह दी गई है. ट्रैक्टर या गाड़ी खराब होने की स्थिति में उसे बिल्कुल साइड में लगाया जाएगा और किसी भी तरह की वारदात होने पर पुलिस से संपर्क करने की सलाह दी गई है.
ट्रैक्टरों की संख्या से जुड़े सवाल के जवाब में स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि अभी ट्रैक्टरों की संख्या का पता नहीं चल पाया है. मौजूदा समय में दिल्ली के चारों प्रदर्शन स्थल पर लगभग 10 से 12 हजार ट्रैक्टर मौजूद हैं. अभी कुछ ट्रैक्टरों के आने की भी सूचना है तो ऐसे में हम उम्मीद लगा रहे हैं कि 14 से 15 हजार ट्रैक्टर किसान परेड में शामिल होंगे. किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान परेड का दिल्ली में 100 किलोमीटर से ज्यादा का रूट होगा. इन सभी मार्गों पर दिल्ली पुलिस द्वारा सुरक्षा के विशेष इंतजाम भी किए जाएंगे.
ट्रैक्टरों की तय नहीं है संख्या
किसान संगठनों का दावा
ट्रैक्टर रैली के बारे में ईटीवी भारत की टीम से बातचीत करते हुए किसान यूनियन के सदस्य जसवंत सिंह ने बताया कि 26 तारीख को अलग-अलग राज्यों से लगभग 30 लाख ट्रैक्टर दिल्ली पहुंचेंगे. इसमें 1 लाख ट्रैक्टर पंजाब से, 1.5 लाख ट्रैक्टर हरियाणा से, 50 हजार ट्रैक्टर यूपी से, 50 हजार ट्रैक्टर राजस्थान से, 25 हजार ट्रैक्टर उत्तराखंड से आ रहे हैं. इसके अलावा 50 हजार ट्रैक्टर बिहार और अन्य कई राज्यों से भी आ रहे हैं. इसमें मध्य प्रदेश, केरल और गुजरात आदि राज्य शामिल हैं. इस ट्रैक्टर रैली में 3 करोड़ किसान शामिल होंगे जो सरकार को अपनी एकता का सुबुत देंगे.
निकलेंगी झांकियां
आंदोलनकारी किसानों की 'गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड' में विभिन्न राज्यों की कई झांकियां होंगी जो ग्रामीण जीवन, केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही आंदोलनकारियों के साहस को दर्शाएंगी. यह जानकारी आयोजकों ने दी. एक किसान नेता ने बताया कि प्रदर्शन में शामिल होने वाले सभी संगठनों को परेड के लिए झांकी तैयार करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, 'देशभर से लगभग एक लाख ट्रैक्टर-ट्रॉलियां परेड में शामिल होंगी. इनमें से लगभग 30 प्रतिशत पर विभिन्न विषयों पर झांकियां होंगी, जिसमें भारत में किसान आंदोलन का इतिहास, महिला किसानों की भूमिका और विभिन्न राज्यों में खेती के अपनाये जाने वाले तरीके शामिल होंगे.'