फिरोजाबाद. यूपी में विधानसभा चुनाव के छह चरण शांति के साथ संपन्न हो चुके हैं. सातवें चरण के बाद सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी. 10 मार्च को मतगणना होगी और उसी दिन यह पता भी चल जाएगा कि किसने बाजी मारी और किसकी किस्मत दगा दे गयी. इस बार सत्ता की दौड़ में शामिल समाजवादी पार्टी को मतगणना के दिन बेईमानी का डर सता रहा है.
इस बाबत सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) ने पार्टी के अध्यक्ष के साथ-साथ सभी प्रत्याशियों को एक पत्र लिखा है. इसमें बताया गया है कि बेइमानी से कैसे बचा जा सकता है. प्रो. राम गोपाल यादव का यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है.
सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ समाजवादी पार्टी भी जमकर जोर लगा रही है. सपा ने अपने लोक लुभावन घोषणा पत्र को जनता के सामने रखा और उनसे वोट लेने की भरपूर कोशिश की. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एक दिन में कई सभाओं में शामिल होकर चुनाव का रुख सपा की तरफ मोड़ने की पूरी कोशिश की. अब मतगणना की बारी है.
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10 मार्च को मतगणना होगी जिसकी तैयारी में सरकारी मशीनरी जुटी हुई है. इन सबके बीच अब समाजवादी पार्टी को इस बात का डर भी सता रहा कि कहीं कोई सरकारी चपरासी या फिर बाबू पोस्टल बैलट पेपर्स की गिनती के दौरान बेईमानी न कर दे.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने सपा के अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर यह अनुरोध किया कि वह ऐसी व्यवस्था करें जिससे पोस्टल बैलट वोट की गिनती में बेईमानी न हो सके. कहा कि यदि कोई प्रत्याशी कम अंतर से जीतता है तो पोस्टल बैलट वोट में गड़बड़ी के जरिये परिणाम को प्रभावित किया जा सकता है. उन्होंने इस पत्र की प्रतिलिपी प्रत्याशियों को भी भेजी है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस पत्र को समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष योगेश गर्ग की फेसबुक आईडी से वायरल किया गया है.
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