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फिरोजाबाद में 4 महीने के शिशु को भी मिली सहायता, गर्भ के दौरान ही पिता का हो गया था कोरोना से निधन

कोरोना के दौर में जिन बच्चों के माता-पिता का कोविड बीमारी से निधन हो गया था. उनके लिए सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है. इस योजना के तहत फिरोजाबाद के 57 बच्चों को चिन्हित किया गया.

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Published : Jul 22, 2021, 5:19 PM IST

4 महीने के शिशु को भी मिली सहायता
4 महीने के शिशु को भी मिली सहायता

फिरोजाबादः मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जिले के 57 बच्चों को चिन्हित किया गया. जिसमें एक बच्चा ऐसा भी है जिसकी उम्र महज चार महीने है. इस नन्हें शिशु के पिता का निधन उस समय हुआ जब वो गर्भ में था. फिरोजाबाद विकास भवन के सभागार में ऐसे बालकों को प्रमाणपत्र दिए गए. इसके साथ ही इनके खाते में चार-चार हजार रुपये की राशि भी डाली गई है.

बताते चलें कि यूपी में मार्च 2020 से लेकर अब तक हजारों लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो चुकी है. माता या पिता की मौत के बाद बड़ी तादात में बच्चे अनाथ हुए हैं. ऐसे बच्चों की संख्या भी हजारों में है. जिनके माता-पिता दोनों का कोरोना से ही निधन हो गया. सरकार ने इनके लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है. इस योजना में अनाथ हुए बच्चों के लिए 18 साल तक पालन पोषण और पढ़ाई की व्यवस्था है. योजना में शामिल होने के लिए परिवार की आय तीन लाख रुपये वार्षिक तक होनी चाहिए. योजना के तहत हर बच्चे को चार हजार रुपये प्रति महीने दिया जाएगा. इसके साथ ही लड़कियों की शादी के लिए एक लाख एक हजार रुपया और 11 से 18 साल तक के बच्चों के लिए इंटर तक की शिक्षा भी फ्री होगी.

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना

इसे भी पढ़ें- सीएम योगी ने की 'बाल सेवा योजना' की शुरुआत, अनाथ बच्चों के खाते में पहुंची 12 हजार रुपये की पहली किस्त

इस योजना के तहत फिरोजाबाद में 57 बालकों को चिन्हित किया गया है. मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ ने बताया कि 57 में से 52 बच्चों के माता या पिता में से एक की मौत हुई है. जबकि पांच बच्चे ऐसे हैं जिनके माता और पिता दोनों की मौत हो चुकी है. फिरोजाबाद के विकास भवन के सभागार में गुरुवार को इस योजना के तहत लाभार्थियों को सर्टिफिकेट दिए गए. इसके साथ ही प्रथम किस्त उनके खाते में ट्रांसफर की गई.

फिरोजाबादः मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जिले के 57 बच्चों को चिन्हित किया गया. जिसमें एक बच्चा ऐसा भी है जिसकी उम्र महज चार महीने है. इस नन्हें शिशु के पिता का निधन उस समय हुआ जब वो गर्भ में था. फिरोजाबाद विकास भवन के सभागार में ऐसे बालकों को प्रमाणपत्र दिए गए. इसके साथ ही इनके खाते में चार-चार हजार रुपये की राशि भी डाली गई है.

बताते चलें कि यूपी में मार्च 2020 से लेकर अब तक हजारों लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो चुकी है. माता या पिता की मौत के बाद बड़ी तादात में बच्चे अनाथ हुए हैं. ऐसे बच्चों की संख्या भी हजारों में है. जिनके माता-पिता दोनों का कोरोना से ही निधन हो गया. सरकार ने इनके लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है. इस योजना में अनाथ हुए बच्चों के लिए 18 साल तक पालन पोषण और पढ़ाई की व्यवस्था है. योजना में शामिल होने के लिए परिवार की आय तीन लाख रुपये वार्षिक तक होनी चाहिए. योजना के तहत हर बच्चे को चार हजार रुपये प्रति महीने दिया जाएगा. इसके साथ ही लड़कियों की शादी के लिए एक लाख एक हजार रुपया और 11 से 18 साल तक के बच्चों के लिए इंटर तक की शिक्षा भी फ्री होगी.

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना

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इस योजना के तहत फिरोजाबाद में 57 बालकों को चिन्हित किया गया है. मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ ने बताया कि 57 में से 52 बच्चों के माता या पिता में से एक की मौत हुई है. जबकि पांच बच्चे ऐसे हैं जिनके माता और पिता दोनों की मौत हो चुकी है. फिरोजाबाद के विकास भवन के सभागार में गुरुवार को इस योजना के तहत लाभार्थियों को सर्टिफिकेट दिए गए. इसके साथ ही प्रथम किस्त उनके खाते में ट्रांसफर की गई.

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