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खुलेआम फायरिंग करने वाले 5 आरोपियों को SOG ने दबोचा, 4 दिन बाद FIR दर्ज

फर्रुखाबाद जिले में दो दिसंबर को हुई फायरिंग मामले को पुलिस सर्वजीत हत्याकांड से जोड़कर देख रही है. पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक आरोपी अभी भी फरार है.

कॉन्सेप्ट इमेज.
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Published : Dec 7, 2020, 2:58 PM IST

Updated : Dec 7, 2020, 4:19 PM IST

फर्रुखाबाद: जिले के फतेहगढ़ कोतावाली में दो दिसंबर की रात घर में घुसकर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसी घटना के अगले दिन तीन दिसंबर को सर्वजीत हत्याकांड भी हुआ था. अब पुलिस सर्वजीत हत्याकांड में इन आरोपियों को संदिग्ध मान रही है. हालांकि पुलिस की जांच-पड़ताल हर बिंदुओं पर चल रही है.

नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गांव धंसुआ के रहने वाले गोपाल राजपूत ने नलकूप कॉलोनी बेवर रोड भोलेपुर निवासी जितेंद्र यादव को वाहन खरीदने के लिए उधार के तौर पर रुपये दिए थे. पैसों के तगादा करने पर जितेंद्र के साथी शानू कटियार ने फोन पर धमकी दी. 2 दिसंबर की रात में जितेंद्र अपने साथियों शानू, आशीष यादव, आकाश कुमार जाटव, जयदीप सोमवंशी और पंकज फौजी के साथ गोपाल राजपूत के घर पहुंचा. आरोपियों ने गोपाल की पिटाई कर ताबड़तोड़ फायरिग की. दो दिसंबर को पीड़ित के तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया.

दूसरी तरफ एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने सर्वजीत हत्याकांड में संदेह के घेरे में आए जितेंद्र, शानू, आशीष, आकाश, जयदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसके बाद पुलिस ने इन पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया. प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश पाल ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी पंकज फौजी की तलाश की जा रही है. शानू की पास से एक तमंचा, दो कारतूस और जयदीप के पास से 32 बोर की पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए हैं. घटना में इस्तेमाल कार को भी बरामद कर लिया गया.

सर्वजीत पर दर्ज थे कई मुकदमे
मैनपुरी में भाजपा नेता की कार पर फायरिंग और उनके सुरक्षाकर्मी के आरोपी सर्वजीत का शव तीन दिसंबर की सुबह फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के नेकपुर ओवर ब्रिज पर पड़ा मिला था. उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी. सर्वजीत की हत्या के एक दिन पहले ही धंसुआ में युवक पर फायरिंग का मामला हुआ था. पुलिस अब दो दिसंबर को धंसुआ में हुई फायरिंग को इस हत्या से जोड़कर देख रही है. पुलिस का मानना है कि धंसुआ फायरिंग में राजेपुर क्षेत्र से युवकों को बुलाया गया था.

राजेपुर क्षेत्र के गांव महमदपुर गढ़िया निवासी सर्वजीत यादव के खिलाफ मैनपुरी में हत्या और जानलेवा हमले के कई मुकदमे दर्ज हैं. उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था. उसकी गिरफ्तारी के लिए मैनपुरी जिले की एसओजी टीम पिछले एक सप्ताह से सक्रिय थी. ग्रामीणों के मुताबिक, मैनपुरी पुलिस ने ही सर्वजीत की हत्या की है. फर्रुखाबाद की एसओजी टीम ने गांव में जाकर स्वजन व ग्रामीणों से पूछताछ की. प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश पाल ने बताया कि मैनपुरी पुलिस की लोकेशन ली जाएगी. कई बिंदुओं पर जांच चल रही है, जल्द ही सफलता मिलेगी.

फर्रुखाबाद: जिले के फतेहगढ़ कोतावाली में दो दिसंबर की रात घर में घुसकर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसी घटना के अगले दिन तीन दिसंबर को सर्वजीत हत्याकांड भी हुआ था. अब पुलिस सर्वजीत हत्याकांड में इन आरोपियों को संदिग्ध मान रही है. हालांकि पुलिस की जांच-पड़ताल हर बिंदुओं पर चल रही है.

नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गांव धंसुआ के रहने वाले गोपाल राजपूत ने नलकूप कॉलोनी बेवर रोड भोलेपुर निवासी जितेंद्र यादव को वाहन खरीदने के लिए उधार के तौर पर रुपये दिए थे. पैसों के तगादा करने पर जितेंद्र के साथी शानू कटियार ने फोन पर धमकी दी. 2 दिसंबर की रात में जितेंद्र अपने साथियों शानू, आशीष यादव, आकाश कुमार जाटव, जयदीप सोमवंशी और पंकज फौजी के साथ गोपाल राजपूत के घर पहुंचा. आरोपियों ने गोपाल की पिटाई कर ताबड़तोड़ फायरिग की. दो दिसंबर को पीड़ित के तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया.

दूसरी तरफ एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने सर्वजीत हत्याकांड में संदेह के घेरे में आए जितेंद्र, शानू, आशीष, आकाश, जयदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसके बाद पुलिस ने इन पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया. प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश पाल ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी पंकज फौजी की तलाश की जा रही है. शानू की पास से एक तमंचा, दो कारतूस और जयदीप के पास से 32 बोर की पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए हैं. घटना में इस्तेमाल कार को भी बरामद कर लिया गया.

सर्वजीत पर दर्ज थे कई मुकदमे
मैनपुरी में भाजपा नेता की कार पर फायरिंग और उनके सुरक्षाकर्मी के आरोपी सर्वजीत का शव तीन दिसंबर की सुबह फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के नेकपुर ओवर ब्रिज पर पड़ा मिला था. उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी. सर्वजीत की हत्या के एक दिन पहले ही धंसुआ में युवक पर फायरिंग का मामला हुआ था. पुलिस अब दो दिसंबर को धंसुआ में हुई फायरिंग को इस हत्या से जोड़कर देख रही है. पुलिस का मानना है कि धंसुआ फायरिंग में राजेपुर क्षेत्र से युवकों को बुलाया गया था.

राजेपुर क्षेत्र के गांव महमदपुर गढ़िया निवासी सर्वजीत यादव के खिलाफ मैनपुरी में हत्या और जानलेवा हमले के कई मुकदमे दर्ज हैं. उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था. उसकी गिरफ्तारी के लिए मैनपुरी जिले की एसओजी टीम पिछले एक सप्ताह से सक्रिय थी. ग्रामीणों के मुताबिक, मैनपुरी पुलिस ने ही सर्वजीत की हत्या की है. फर्रुखाबाद की एसओजी टीम ने गांव में जाकर स्वजन व ग्रामीणों से पूछताछ की. प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश पाल ने बताया कि मैनपुरी पुलिस की लोकेशन ली जाएगी. कई बिंदुओं पर जांच चल रही है, जल्द ही सफलता मिलेगी.

Last Updated : Dec 7, 2020, 4:19 PM IST
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