फर्रुखाबाद: जिले के कायमगंज नगर के सरकारी अस्पताल (government hospital) में लंबे समय से अवैध गर्भपात (illegal abortion) का धंधा अस्पताल अधीक्षक की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है. अस्पताल अधीक्षक भी इस अवैध कारोबार से वाकिफ हैं. अवैध गर्भपात के नाम पर मोटी रकम वसूली की जाती है. यह अवैध कारोबार अस्पताल में कार्यरत महिला एएनएम के घर में चल रहा है. गुरुवार को भी एक किशोरी को दो युवक बाइक पर बैठाकर गर्भपात के लिए लाए थे. किसी तरह एसडीएम नरेंद्र सिंह को इसकी भनक लग हुई. उन्होंने भारी पुलिस बल के अलावा महिला पुलिस बल को साथ लेकर अस्पताल परिसर में बने एक क्वाटर पर छापेमारी की.
छापेमारी में किशोरी बरामद
छापेमारी में पुलिस ने किशोरी को बरामद किया है. पूछताछ में किशोरी के साथ आई उसकी मां ने सारा मामला एसडीएम और पुलिस को बताया. उन्होंने बताया कि उनसे गर्भ समापन के नाम पर 15 हजार रुपए पहले ही जमा करा लिए गए थे. जिस क्वाटर से छापेमारी कर किशोरी को बरामद किया गया है वह क्वाटर अस्पताल में कार्यरत महिला सुपरवाइजर मंजुल तिवारी का है. एसडीएम ने इस महिला कर्मचारी से भी काफी समय तक पूछताछ की. पूछताछ के बाद एसडीएम ने महिला कर्मचारी को महिला पुलिस बल के साथ कोतवाली भेज दिया. इस दौरान किशोरी को मेडिकल परीक्षण कराने के बाद फतेहगढ़ अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेजा गया है. छापे में पकड़ी गई महिला सुपरवाइजर अपने आवास पर अवैध गर्भपात का धंधा चलाती है.
जानकारी के मुताबिक महिला नगर के मोहल्ला नई बस्ती स्थित एक फर्जी अस्पताल भी चलाती है. यहां पर भी वह अवैध गर्भपात का गोरखधंधा पिछले कई वर्षों से चल रही है. सूत्रों के अनुसार अस्पताल में कार्यरत कई महिला कर्मचारी अपने-अपने आवासों पर इस अवैध गर्भपात के कारोबार को अंजाम दे रही हैं. इस संबंध में एसडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया मामले की जांच की जा रही है.