फर्रुखाबादः जिले में फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में संविदा कर्मी की सेवा समाप्त कर दी गई है. तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने संविदा कर्मी के हस्ताक्षर को फर्जी बताया है. बिजली कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मी ने डेशबोर्ड, डस्टर और मार्कर आदि खरीदने के लिए तत्कालीन अधीक्षण अभियंता के फर्जी हस्ताक्षर कर वर्क ऑर्डर जारी किए थे.
सविंदा कर्मी की सेवा समाप्त
मामले की जांच हुई तो जिले के तीनों खंड कार्यालयों में बड़े पैमाने पर फर्जी हस्ताक्षर से वर्क आर्डर जारी करने का मामला खुलकर सामने आ गया. तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने वर्क आर्डर पर अपने हस्ताक्षर फर्जी बता दिए. इसके बाद अधीक्षण अभियंता एसके श्रीवास्तव ने सभी वर्क आर्डर निरस्त कर दिए साथ ही एक संविदा कर्मी की सत्यनिष्ठा संदिग्ध मानते हुए सेवा समाप्त कर दी.
विद्युत कर्मियों ने जताया था शक
दरअसल, भोलेपुर स्थित बिजली कार्यालय में तत्कालीन अधीक्षण अभियंता राकेश वर्मा के कार्य मुक्त होने के बाद बैक डेट में उनके हस्ताक्षर से कई उप केंद्रों में सामग्री खरीदने के साथ ही नगरीय खंड, ग्रामीण खंड फर्रुखाबाद और कायमगंज खंड कार्यालय में आवश्यक सामग्री खरीदने के नाम पर लगभग दो दर्जन से अधिक वर्क ऑर्डर जारी कर दिए गए. भुगतान के लिए पत्रावली अन्य पटलों पर पहुंचाने पर विद्युत कर्मियों ने वर्क आर्डर के फर्जी होने का शक जताया. विद्युत अधिकारियों ने तत्कालीन अधीक्षण अभियंता को जब वर्क आर्डर की मूल प्रति भेजी तो उन्होंने अपने हस्ताक्षर फर्जी बता दिए.
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सभी वर्क ऑर्डर किए गए निरस्त
तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जनपद में तैनाती के समय उन्होंने कुछ वर्क आर्डर आगरा एमडी कार्यालय को अनुमति के लिए भेजे थे. अनुमति मिलने से पहले ही उनका स्थानांतरण हो गया. उन्होंने किसी भी वर्क आर्डर पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. वर्क आर्डर पर उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं. अधीक्षण अभियंता एसके श्रीवास्तव ने फर्जी हस्ताक्षर से वर्क आर्डर होने की जानकारी होते ही ऐसे सभी संदिग्ध आदेश निरस्त कर दिए हैं. इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता कार्यालय में भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम की ओर से उपलब्ध कराए गए और कार्यालय सहायक के पद पर तैनात संविदा कर्मी पूर्व सैनिक गिरीश चंद्र मिश्रा की सेवा समाप्त कर दी.