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फर्रुखाबाद में पुलिसकर्मियों को नहीं पता आईजी व एसपी का नाम - राजेपुर थाने का औचक निरीक्षण

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में पहुंचे कानपुर जोन के एडीजी ने जब राजेपुर के पुलिसकर्मियों से आईजी व डीआईजी के नाम पूछे तो वे उसका जवाब नहीं दे सके, यह देखकर एडीजी काफी नाराज दिखे.

औचक निरीक्षण
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Published : Nov 16, 2019, 8:55 PM IST

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे में 112 सेवा लांच कर हाईटेक होने का दावा जरूर कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट ही नजर आ रही है. शनिवार कानपुर मंडल एडीजी प्रेम प्रकाश समाधान दिवस के मौके पर जनपद फर्रुखाबाद पहुंचे. वहीं थाना राजेपुर में जनसुनवाई के बाद उन्होंने अपराध रजिस्टर चेक किया, जिसमें आईजी जोन का नाम गलत व एडीजी का नाम गायब मिला.

राजेपुर थाने का औचक निरीक्षण करने पहुंचे एडीजी.

इस पर अचानक एडीजी ने बीट सिपाही से लेकर चौकी प्रभारी से आईजी, एसपी व डीएम के नाम के बारे में पूछताछ की, जिसमें पुलिसकर्मी असहज हो गए और जवाब नहीं दे सके. थाने के स्टाफ की इतनी बुरी हालत देख एडीजी ने बीट सिपाहियों से हिस्ट्रीशीटर की संख्या व कुछ सक्रिय बदमाशों के नाम को जानने का प्रयास किया. लेकिन जवाब सही नहीं मिलने पर वह असंतुष्ट नजर आए.

इसे भी पढ़ें - उन्नाव में किसानों पर पुलिस का कहर, कई घायल

इस बीच एक दरोगा से पिस्टल खोलने को कहा तो घबराहट में दरोगा से पिस्टल जमीन पर गिर गई, जिस पर एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि पिस्टल खोलना आता भी है या फिर लगाकर चल देते हो. इस दौरान उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष जयंती प्रसाद गंगवार समेत पुलिस कर्मियों की जमकर फटकार लगाई.

एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि जानकारी का जो पुलिसकर्मियों में अभाव है, उसके दोषी सुपरवाइजरी अधिकारी है, क्योंकि उन्होंने शायद इन लोगों से कभी कुछ पूछा ही नहीं. हालांकि निर्देशित कर दिया गया है. इसके बारे में अभ्यास कराते रहेंगे उम्मीद है कि जल्द ही सुधार होगा.

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे में 112 सेवा लांच कर हाईटेक होने का दावा जरूर कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट ही नजर आ रही है. शनिवार कानपुर मंडल एडीजी प्रेम प्रकाश समाधान दिवस के मौके पर जनपद फर्रुखाबाद पहुंचे. वहीं थाना राजेपुर में जनसुनवाई के बाद उन्होंने अपराध रजिस्टर चेक किया, जिसमें आईजी जोन का नाम गलत व एडीजी का नाम गायब मिला.

राजेपुर थाने का औचक निरीक्षण करने पहुंचे एडीजी.

इस पर अचानक एडीजी ने बीट सिपाही से लेकर चौकी प्रभारी से आईजी, एसपी व डीएम के नाम के बारे में पूछताछ की, जिसमें पुलिसकर्मी असहज हो गए और जवाब नहीं दे सके. थाने के स्टाफ की इतनी बुरी हालत देख एडीजी ने बीट सिपाहियों से हिस्ट्रीशीटर की संख्या व कुछ सक्रिय बदमाशों के नाम को जानने का प्रयास किया. लेकिन जवाब सही नहीं मिलने पर वह असंतुष्ट नजर आए.

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इस बीच एक दरोगा से पिस्टल खोलने को कहा तो घबराहट में दरोगा से पिस्टल जमीन पर गिर गई, जिस पर एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि पिस्टल खोलना आता भी है या फिर लगाकर चल देते हो. इस दौरान उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष जयंती प्रसाद गंगवार समेत पुलिस कर्मियों की जमकर फटकार लगाई.

एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि जानकारी का जो पुलिसकर्मियों में अभाव है, उसके दोषी सुपरवाइजरी अधिकारी है, क्योंकि उन्होंने शायद इन लोगों से कभी कुछ पूछा ही नहीं. हालांकि निर्देशित कर दिया गया है. इसके बारे में अभ्यास कराते रहेंगे उम्मीद है कि जल्द ही सुधार होगा.

Intro:एंकर- कानपुर जोन के आईजी का क्या नाम है? एडीजी का क्या नाम है? जिले के एसपी का क्या नाम है? जिला अधिकारी का क्या नाम है? शनिवार को यह सवाल फर्रुखाबाद पहुंचे कानपुर जोन के एडीजी ने थाना राजेपुर के पुलिसकर्मियों से किए. लेकिन वह जवाब नहीं दे सके. यह देख एडीजी ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष से कहा कि अगली बार अगर थाने में यह हाल मिल गया तो देखना तुम्हारा क्या हाल बनाता हूं.


Body:वीओ- गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे में 112 सेवा लांच कर हाईटेक होने का दावा जरूर कर रही है,जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट है. शनिवार को कानपुर मंडल एडीजी प्रेम प्रकाश समाधान दिवस के मौके पर जनपद फर्रुखाबाद पहुंच गए. थाना राजेपुर में जनसुनवाई के बाद उन्होंने अपराध रजिस्टर को चेक किया, जिसमें आईजी जोन का नाम गलत व एडीजी का नाम गायब मिला. इस पर अचानक एडीजी ने बीट सिपाही से लेकर चौकी प्रभारी से आईजी, एसपी व डीएम के नाम के बारे में पूछताछ की, जिसमें पुलिसकर्मी असहज हो गए और जवाब नहीं दे सके. थाने के स्टाफ की इतनी बुरी हालत देख एडीजी ने बीट सिपाहियों से हिस्ट्रीशीटर की संख्या व कुछ सक्रिय बदमाशों के नाम को जानने का प्रयास किया. लेकिन जवाब सही नहीं मिलने पर वह असंतुष्ट हो गए.


Conclusion:इस बीच एक दरोगा से पिस्टल खोलने को कहा तो घबराहट में दरोगा से पिस्टल जमीन पर गिर गई, जिस पर एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि पिस्टल खोलना आता भी है या फिर लगाकर चल देते हो. इस दौरान उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष जयंती प्रसाद गंगवार समेत पुलिस कर्मियों की जमकर फटकार लगाई. एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि जनकारी का जो पुलिसकर्मियों में अभाव है उसके दोषी सुपरवाइजर अधिकारी है. क्योंकि उन्होंने शायद इन लोगों से कभी कुछ पूछा नहीं. हालांकि निर्देशित कर दिया गया है.इसके बारे में अभ्यास कराते रहेंगे. जल्द ही सुधार होगा.

बाइट- प्रेम प्रकाश, एडीजी
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