फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह के निर्देश के क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी ने डेंगू के प्रकोप को देखते हुए जनपद के 9 गांव को संवेदनशील घोषित कर दिया है. अब इन गांव में 10 दिनों में जागरूकता बैठकों का रोस्टर भी जारी किया गया है. इसकी जानकारी जिले के अधिकारियों ने दी.
नौ गांव संवेदनशील घोषित
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वंदना सिंह ने बताया कि विकासखंड बढ़पुर में याकूतगंज, खिन्नी नगला और अमेठी कोहना, शमशाबाद में भगवतीपुर और मीरा दरवाजा, नवाबगंज में बसईखेड़ा, कायमगंज ब्लॉक में कंपिल और निजामुद्दीनपुर और राजेपुर में कटरी तौफीक को संवेदनशील घोषित किया गया है.
जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि बुखार के प्रकोप या विगत वर्ष की स्थिति के आधार पर संवेदनशील गांवों को शामिल किया जाता है. इन शामिल गांवों में जागरूकता बैठक के लिए 10 दिन का रोस्टर तय कर दिया गया है. इन बैठकों में वह संबंधित CHC/PHC के प्रभारी चिकित्साधिकारी और खंड विकास अधिकारी के साथ प्रतिभाग कर रही हैं. उन्होंने बताया कि शमशाबाद में हमने एक बैठक में प्रतिभाग किया है. बैठकों में क्षेत्रीय एएनएम, आशा ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी और बेसिक शिक्षा विभाग के नोडल प्रधानाचार्य की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है.
डीएमओ ने बताया कि बुधवार को अमेठी कोहना में गुरुवार को बसईखेड़ा में शुक्रवार को खिन्नी नगला में 26 अक्टूबर को भगवतीपुर में 27 को कंपिल में 28 को कटरी तौफीक में 29 को निजामुद्दीन में और 31 अक्टूबर को याकूतगंज में बैठक का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है.
सर्विलांस यूनिट आइडीएससी के माध्यम से लगातार नजर रखी जाती है. हालांकि अभी तक संवेदनशील गांवों में बुखार से मरने वालों का पोस्टमार्टम या मृत्यु उपरांत टेस्ट की सुविधा न होने के कारण मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पाता है इस संबंध में प्रस्ताव भेजा जाएगा.
डॉ. आरके सिंह, संचारी रोग विशेषज्ञ (एपीडेमोलॉजिस्ट)