इटावाः एक बार इटावा पुलिस ने अपने काम से नाम रोशन किया है. यातायात प्रभारी ने एक परिवार के मुखिया की जान बचायी है. देवदूत बनकर पहुंचे यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह व उनकी टीम ने रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने जा रहे एक व्यक्ति की जान बचायी है. रोती-बिलखती महिला ने ट्रैफिक पुलिस को जानकारी दी थी कि उसके पति नाराज होकर आत्महत्या करने जा रहे हैं. जानकारी मिलते ही प्रभारी सूबेदार सिंह मौके पर पहुंचे. यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह ने रेलवे मालगोदाम प्रांगण से उक्त महिला के पति को पकड़ लिया व रेलवे ट्रैक पर नहीं जाने दिया.
सोमवार को एक महिला पुष्पा देवी पत्नी कमलकांत निवासी कछगंवा थाना इकदिल ने सूचना दी थी कि उसके पति कमलकांत आत्महत्या करने की धमकी देकर स्टेशन की ओर चले गए हैं. सूचना पाकर यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह अपनी टीम कांस्टेबल बृजपाल सिंह, चालाक श्रीपाल सिंह, गुड्डू चंदेल, मनोज कुमार के साथ सरकारी वाहन से पुष्पा देवी को लेकर स्टेशन परिसर के आसपास तलाश कर लिया. इसके बाद समझा-बुझाकर डॉक्टर कमलकांत को उनकी पत्नी पुष्पा देवी के सुपुर्द कर दिया. नम आंखों से महिला ने दोनों हाथ जोड़कर इटावा पुलिस, यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह व उनकी टीम को धन्यवाद कहा. महिला बोली कि 'इटावा पुलिस न होती तो आज मेरे पति इस दुनिया में न होते'.
यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह ने बताया कि पुलिस की नौकरी के साथ-साथ सामाजिक दायित्व को निभाना भी मनुष्य का कर्तव्य होता है. उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि सही समय पर सूचना मिलने से, मैं और मेरी टीम ने पहुंचकर डॉक्टर की जान बचा सके और एक परिवार को बिखरने से बचा सके. महिला के पति की जान बचाने के सराहनीय कार्य मे यातायात प्रभारी सूबेदार सिंह, ट्रैफिक कांन्सटेबल श्रीपाल, गुड्डू चंदेल व ब्रजपाल सिंह मौजूद रहे.
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