इटावाः लवेदी थाना क्षेत्र से चार दिन से लापता 23 वर्षीय युवती का शव मंगलवार सुबह गांव के बाहर तालाब में मिला. परिजनों ने युवती के लापता होने के अगले दिन ही उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी. इसके बाद भी पुलिस ने युवती को खोजना जरूरी नहीं समझा. युवती के परिजनों का आरोप है कि गांव के ही दो लोगों ने युवती का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया.
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
चार दिन से लापता युवती का शव गांव के बाहर मंगलवार सुबह तालाब में दिखाई दिया. सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह, सीओ भरथना चंद्रपाल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया और परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की. फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए. डॉग स्क्वायड ने भी घटनास्थल का भ्रमण किया.
गांव के ही दो लोगों पर अपहरण का आरोप
युवती के भाई और परिजनों ने गांव के ही दो लोगों पर युवती को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी. पुलिस ने इस दौरान दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. अन्य आरोपी पुलिस के आने से पहले ही परिवार समेत घर से भाग निकले.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
भाई ने बताया कि 20 नवंबर की सुबह उसकी बहन शौच के लिए घर से निकली थी. उसके बाद घर नहीं लौटी. उन्होंने अगले दिन 21 नवंबर को लवेदी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. उन्होंने दो लोगों पर अपहरण करने का आरोप लगाया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी तहरीर पर गुमशुगदगी तो दर्ज कर ली लेकिन उसकी बहन की खोजबीन नहीं की. 22 नवंबर को थाने में जानकारी लेने गए तो पुलिस ने टरका दिया. मंगलवार को सुबह उसकी बहन का शव तलाब में उतराता हुआ मिला.