इटावा: जिले के कुछ गांवों से शिकायतें आ रही हैं, कि दूसरे राज्य से आकर कुछ लोग चुपचाप घरों में रह रहे हैं. जब ग्राम प्रधान की ओर से उन्हें जांच के लिए कहा जा रहा है, तो वो जांच कराने से मना करने के साथ मारपीट करने की धमकी दे रहे हैं.
जिलें के 471 गांवों में बनाया गया है क्वरंटाइन वार्ड
जिले में दूसरे राज्यों से आए लोगों को क्वरंटाइन के लिए, प्रशासन ने जिले के 471 गांवों में क्वरंटाइन वार्ड बनाया गया है. जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. ग्राम पंचायतों के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में रखा जाना है.
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन घोषित किया गया है. इस दौरान लोगों को केवल जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलने का निर्देश केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दिया गया है. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है और वह अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं.
जब इस संबंध में सीडीओ से बात की गई तो उन्होंने बताया, कि इस प्रकार से बिना क्वरंटाइन के घूमना खतरनाक हो सकता है. इसलिए यदि वो जांच में सहयोग नहीं करेंगे तो उनके साथ सख्ती की जाएगी. उसके बाद भी जांच कराने को तैयार नहीं होते है तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.