एटा: जिले के अवागढ़ थाना पर मिर्जापुर गांव के दर्जनों लोग गुरुवार देर शाम धरना देने पहुंच गए. गांव वालों का आरोप था कि गांव में दबिश देने गई पुलिस ने महिलाओं व पुरुषों के साथ बर्बरता की. जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. हालांकि सीओ रामनिवास ने हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया, जिसके बाद लोग अपने-अपने घर लौटे.
जरानी कला गांव निवासी अर्जुन दिवाकर गुरुवार को अपनी मोपेड से साड़ी बेचने मिर्जापुर गांव गया था. अर्जुन दिवाकर का पहनावा विशेष समुदाय की तरह था. शक होने पर कुछ गांव वालों ने रोक कर अर्जुन दिवाकर का आधार कार्ड मांगा. आधार कार्ड देखने के बाद गांव वालों का शक यकीन में बदल गया. आरोप है कि उसके बाद ग्रामीणों ने अर्जुन दिवाकर के साथ मारपीट की. जिसकी तहरीर लेकर अर्जुन दिवाकर आवागढ़ थाने पहुंचा. अर्जुन दिवाकर ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी. जिसके बाद पुलिस मिर्जापुर गांव दबिश देने पहुंची थी.
पुलिस पर मारपीट का आरोप
ग्रामीण लालता प्रसाद ने बताया कि गांव पहुंची पुलिस ने गांव वालों की पिटाई की है. इस दौरान पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने उनका मोबाइल छीन लिया, जिसमें पुलिस की बर्बरता की वीडियों रिकॉर्ड थी. लालता प्रसाद ने बताया कि पुलिस मोबाइल नहीं दे रही है.
मामले को लेकर सीओ रामनिवास ने बताया कि अर्जुन दिवाकर वेशभूषा से दूसरे समुदाय का लग रहा था. गांव वालों पर मारपीट का आरोप लगाया था. अर्जुन तहरीर लेकर थाने आया था, उसके बाद पुलिस गांव में गई थी. गांव वालों ने पुलिस पर आरोप लगाया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.