एटाः मामला जनपद एटा के अलीगंज ब्लॉक है. यहां विकास के नाम पर ग्राम पंचायत पुराहार बुलाकी नगर और कंचनपुर में नंबर दो की निधि में लाखों रुपये का गबन करने के मामले में भष्टाचार निवारण इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है. जिले में ग्राम पंचायत निधि के गबन में ब्लॉक प्रमुख एवं प्रधानों सहित सात अधिकारियों पर केस दर्ज कराया है.
भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई के निरीक्षक ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है. एक जनवरी 2004 से लेकर कई सालों तक विकास के नाम पर आए रुपयों का गबन किया गया था. एफआईआर में निरीक्षक ने बताया कि 78 लाख 32 हजार 827 रुपये का गबन किया गया है. जनपद में 80 प्रधानों पर अभी भी जांच की तलवार लटकी है.
भष्टाचार निवारण इकाई ने कराया केस दर्ज
भष्टाचार निवारण इकाई ने सपा ब्लॉक प्रमुख पूर्व प्रधान और सात तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. आपको बता दें कि 2012 में अशर्फी लाल ने प्रधान और अधिकारियों के खिलाफ विकास राशि के गबन की शिकायत की थी. उसके बाद भ्रष्टाचार निवारण टीम ने जांच की. जांच में सामने आया कि कॉपरेटिव बैंक, एसबीआई बैंक में सचिव प्रधान के नाम पर खुले खाते में रुपयों का भी ट्रांसफर किया गया था. विकास कार्य कराने के नाम पर कई बार रुपये ग्राम पंचायत निधि के खाते में भेजे गए थे.
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जब इसके दस्तावेज तत्कालीन अधिकारियों से मांगे गए तो आरोपियों ने दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए. एक जनवरी 2004 से लेकर कई साल तक विकास के नाम पर आरोपियों द्वारा गबन किया गया था. निरीक्षक ने एफआईआर में बताया कि तत्कालीन अधिकारी और प्रधानों द्वारा 78 लाख 32 हजार 827 रुपयों का गबन किया गया है. इस मामले में जब अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि मामला पुराने घोटाले का है. इसमें ग्राम प्रधानों की ओर से गबन किया गया है. एंटी करप्शन टीम कई दिनों से अभिलेख खंगाल रही थी. जांच में दोषी पाए जाने पर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है.