एटा: दुष्कर्म के आरोपी बेटे को बचाने के लिए पिता ने एक साजिश रच डाली. पिता ने आरोपी बेटे को बचावने के लिए उसे नाबालिग बताया. एक विद्यालय से फर्जी टीसी भी बनवाई ताकि किसी को शक न हो, लेकिन न्यायालय के समक्ष फर्जी मार्कशीट का खुलासा हो गया. न्यायालय के आदेश पर अब पिता पर नगर कोतवाली में जिले के प्रोबेशन अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया गया है.
क्या है पूरा मामला
- मामला जलेसर थाना क्षेत्र के नगवाई गांव का है.
- हरि सिंह के दोनों लड़कों सौरभ और गौरव पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा था.
- इसमें इन लड़कों के दो दोस्त और भी आरोपित किए गए थे.
- हरि सिंह ने अपने बेटे सौरभ को बचाने के लिए उम्र के संबंध में माननीय किशोर न्याय बोर्ड में फर्जी टीसी दाखिल की.
- सत्यता जानने के लिए जब न्यायालय ने जूनियर हाई स्कूल देवकरनपुर के प्रधानाचार्य मुलायम सिंह को तलब किया.
- इस दौरान सौरभ के शैक्षिक प्रमाण पत्र प्रधानाचार्य के मुताबिक फर्जी पाया गया.
- किशोर न्याय बोर्ड द्वारा आरोपी के पिता हरि सिंह के खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई करने के आदेश दिए गए.
- जिला प्रोबेशन अधिकारी अबुल कलाम ने नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई.
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जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा अभियोग पंजीकृत कराया गया है. संरक्षक जो पिता है, आरोपी का उसने फर्जी टीसी प्रस्तुत करके बेटे को नाबालिग होने का लाभ दिलाने के लिए जो कार्य किया है उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. उसकी सत्यता की जांच की जा रही है. तथ्यों के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
-संजय कुमार, एडिशनल एसपी