ETV Bharat / state

डीएलएड की परीक्षा का पेपर लीक, वीडियो वायरल - एटा लीक पेपर

एटा में डीएलएड के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में अंग्रेजी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद छात्र-छात्राओं ने इसे पांच सौ से आठ सौ रुपये में खरीद लिया और कॉलेज पहुंच गए.

छात्रों की हुई चेकिंग
छात्रों की हुई चेकिंग
author img

By

Published : Feb 5, 2021, 3:25 PM IST

एटा: जिले में चल रहे डीएलएड के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा के अंतिम दिन (4फरवरी को) अंग्रेजी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कॉलेजों के बाहर से छात्र-छात्राएं इसे पांच सौ से आठ सौ रुपये तक में खरीदा और फिल उस पेपर को लेकर कॉलेज पहुंच गए. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पेपर कहीं और लीक हुआ है. जिले में उसकी कॉपी वायरल हुई है. राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में भी लीक पर्चा खरीदने के लिए छात्र एकत्रित हो गए. वहां मौजूद लोगों ने जब पेपर खरीदने का वीडियो बनाया तो वहां भगदड़ मच गई. इस दौरान पर्चा बेचने वाला युवक भी भाग गया.

पेपर हुआ लीक

आग की तरह फैली खबर

डीएलएड परीक्षा के अंतिम दिन 4 फरवरी को पहली पाली में हिंदी, दूसरी में अंग्रेजी और तीसरी पाली में शांत शिक्षा एवं सतत विकास की परीक्षा थी. ये परीक्षा आठ केंद्रों पर हुई. परीक्षा में 2851 पंजीकृत छात्रों में से 2812 ने परीक्षा दी और 39 अनुपस्थित रहे. दोपहर की पाली में अंग्रेजी का प्रश्न पत्र शुरू होने के 15 मिनट पूर्व जीटी रोड पर एक होटल के बाहर छात्र एकत्रित हो गए. छात्रों को पता चला था कि इस होटल के बाहर पेपर बेचा जा रहा है. यहां से छात्र-छात्राओं ने पेपर अपने मोबाइल में लिया और अपने-अपने कॉलेजों में चले गए. देखते ही देखते शहर के लगभग सभी परीक्षा केंद्रों पर यह पेपर वायरल हो गया. पेपर लेते कई छात्र-छात्राओं का वीडियो भी वायरल हुआ. वीडियो वायरल होते ही खबर आग की तरह फैल गई.

नकलची छात्रों को पकड़ा

महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स इंटर कॉलेज सहित अन्य परीक्षा केंद्रों पर तीसरे दिन सख्ती बरती गई. यहां लीक पर्चे की नकल हाथ, कागज, पेपर आदि पर लिखकर लाए छात्र-छात्राओं को पकड़ लिया गया. उन्हें नकल सामग्री मिटाने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया.

हमारी जिम्मेदारी नहीं

महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य विनीता तिवारी ने बताया कि स्थानीय कॉलेज से पेपर लीक नहीं हो सकता. संभावना है कि पेपर की छपाई या पैकिंग हुई है, वहीं से पेपर लीक हुआ हो. कॉलेज के बाहर पेपर लीक होता है तो हमारी जिम्मेदारी नहीं है. कॉलेज में सख्ती बरती गई है. छात्र-छात्राओं से नकल सामग्री बाहर ही निकलवा ली गई थी.

सेम पर्चे होने पर ही माना जाता है पेपर लीक

जिले के डायट प्राचार्य डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि पेपर लीक तभी माना जाता है, जब सेम वहीं पर्चा आए. यहां अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं आई है. वायरल पर्चा कहीं और से यहां आया है. उसे देखा नहीं है. इसलिए ये नहीं बता सकता कि पर्चा लीक हुआ है.

एटा: जिले में चल रहे डीएलएड के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा के अंतिम दिन (4फरवरी को) अंग्रेजी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कॉलेजों के बाहर से छात्र-छात्राएं इसे पांच सौ से आठ सौ रुपये तक में खरीदा और फिल उस पेपर को लेकर कॉलेज पहुंच गए. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पेपर कहीं और लीक हुआ है. जिले में उसकी कॉपी वायरल हुई है. राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में भी लीक पर्चा खरीदने के लिए छात्र एकत्रित हो गए. वहां मौजूद लोगों ने जब पेपर खरीदने का वीडियो बनाया तो वहां भगदड़ मच गई. इस दौरान पर्चा बेचने वाला युवक भी भाग गया.

पेपर हुआ लीक

आग की तरह फैली खबर

डीएलएड परीक्षा के अंतिम दिन 4 फरवरी को पहली पाली में हिंदी, दूसरी में अंग्रेजी और तीसरी पाली में शांत शिक्षा एवं सतत विकास की परीक्षा थी. ये परीक्षा आठ केंद्रों पर हुई. परीक्षा में 2851 पंजीकृत छात्रों में से 2812 ने परीक्षा दी और 39 अनुपस्थित रहे. दोपहर की पाली में अंग्रेजी का प्रश्न पत्र शुरू होने के 15 मिनट पूर्व जीटी रोड पर एक होटल के बाहर छात्र एकत्रित हो गए. छात्रों को पता चला था कि इस होटल के बाहर पेपर बेचा जा रहा है. यहां से छात्र-छात्राओं ने पेपर अपने मोबाइल में लिया और अपने-अपने कॉलेजों में चले गए. देखते ही देखते शहर के लगभग सभी परीक्षा केंद्रों पर यह पेपर वायरल हो गया. पेपर लेते कई छात्र-छात्राओं का वीडियो भी वायरल हुआ. वीडियो वायरल होते ही खबर आग की तरह फैल गई.

नकलची छात्रों को पकड़ा

महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स इंटर कॉलेज सहित अन्य परीक्षा केंद्रों पर तीसरे दिन सख्ती बरती गई. यहां लीक पर्चे की नकल हाथ, कागज, पेपर आदि पर लिखकर लाए छात्र-छात्राओं को पकड़ लिया गया. उन्हें नकल सामग्री मिटाने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया.

हमारी जिम्मेदारी नहीं

महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य विनीता तिवारी ने बताया कि स्थानीय कॉलेज से पेपर लीक नहीं हो सकता. संभावना है कि पेपर की छपाई या पैकिंग हुई है, वहीं से पेपर लीक हुआ हो. कॉलेज के बाहर पेपर लीक होता है तो हमारी जिम्मेदारी नहीं है. कॉलेज में सख्ती बरती गई है. छात्र-छात्राओं से नकल सामग्री बाहर ही निकलवा ली गई थी.

सेम पर्चे होने पर ही माना जाता है पेपर लीक

जिले के डायट प्राचार्य डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि पेपर लीक तभी माना जाता है, जब सेम वहीं पर्चा आए. यहां अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं आई है. वायरल पर्चा कहीं और से यहां आया है. उसे देखा नहीं है. इसलिए ये नहीं बता सकता कि पर्चा लीक हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.