एटाः सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व विधायक और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. लगभग 12 वर्ष पहले के एक मामले में जिले के जैथरा थाने में जिला पंचायत अध्यक्ष सहित आठ सपा नेताओं पर एससीएसटी मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है.
जिले की जैथरा कोतवाली में 3 जून को जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा यादव, पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव सहित आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. आरोप लगाया गया है कि सपा सरकार के दौरान इन लोगों ने रामेश्वर दयाल पुत्र सत्तू लाल दलित निवासी मोहल्ला गांधी नगर जैथरा का उत्पीड़न कर, मौत का खौफ दिखाकर उसके पिताजी द्वारा खरीदी गई जमीन का बैनामा करा लिया गया था. इसके बाद उस जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया गया था.
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और अखिलेश यादव के करीबी पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव पहले से ही गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से परिवार सहित फरार चल रहे हैं. इन सपा नेताओं ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली. अब सपा नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें 16 जुलाई को सुनवाई की तारीख निहित की गई है.
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सपा नेताओं पर अब दिन प्रतिदिन प्रशासन का शिकंजा कसता हुआ नजर आ रहा है. पुलिस ने जिले भर में स्थिति संपत्ति पर न्यायालय के आदेश पर कुर्की वारंट चस्पा करा दिया गया है. वहीं, अभी तक करोड़ों की अवैध संपत्ति पर बुल्डोजर चल चुका है.
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