देवरिया: 5 अगस्त 2018 को स्टेशन रोड स्थित बालिका गृह से पुलिस ने 23 बालिकाओं को मुक्त कराया था. इस प्रकरण की जांच प्रदेश सरकार ने सीबीआई को सौंप दी थी. सीबीआई ने लखनऊ में 30 अगस्त 2019 को मामले में मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच शुरु कर दी थी. वहीं एक बार फिर इस मामले की जांच करने सीबीआई की दो सदस्यीय टीम ने शहर के सिंचाई विभाग के डाक बंगले में डेरा डाल दिया है. टीम ने इस मामले से जुड़े लोगों की पूछताछ के लिए लिस्ट तैयार कर ली है.
क्या था पूरा मामला
दअसल, सदर कोतवाली क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित बालिका गृह में 5 अगस्त 2018 को छापेमारी कर 23 बालिकाओं को बरामद किया गया था. इसकी जांच एसआईटी ने शुरू की थी. बाद में इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई. सीबीआई ने 2019 से इसकी जांच शुरू की. जिसके बाद सीबीआई की दो सदस्यीय टीम 17 जनवरी 2021 को देवरिया पहुंची और शहर के सिंचाई विभाग के डाक बंगले में रुक कर जांच कर रही थी. टीम ने बालिका गृह कांड की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी समेत बालिका गृहकांड से जुड़े हुए लोगों से पूछताछ की थी. वहीं सीबीआई टीम ने गिरिजा त्रिपाठी से बालिका गृह कांड के बारे में लगभग 6 घण्टे पूछताछ की थी. इसके बाद टीम ने बालिका गृह कांड में गिरजा त्रिपाठी और उनके कर्मचारियों की भूमिका के बारे में जानकारी ली. सभी के बयान दर्ज करते हुए सभी को तीन दिन के अंदर उपस्थित होने का निर्देश दिया था.
वहीं बालिका गृह कांड की जांच को लेकर एक बार फिर सीबीआई की दो सदस्यीय टीम 28 जनवरी की देर रात जिले में पहुंची है. टीम शहर के सिंचाई विभाग के डाक बंगले में रुकी है. सूत्रों की माने तो 2 फरवरी तक टीम के और सदस्यों की आने की उम्मीद है. इस बार टीम इस पूरे प्रकरण में और संलिप्त लोगों के नाम उजागर कर सकती है.