गोरखपुर: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और जिले की लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए डॉ रमापति राम त्रिपाठी ने मौजूदा दौर की राजनीति में अमर्यादित शब्दों का राजनेताओं के प्रयोग किए जाने पर गहरी चिंता जताई है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जबसे राजनीति के अंदर जाति आधारित राजनीति करने वाले दलों का उद्भव हुआ है तब से राजनीति में कई तरह की गिरावट पैदा हो गई.
जानिए डॉ रमापति राम त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए क्या कहा
- उन्होंने कहा यह क्षेत्र उनके लिए नया नहीं है. संगठनात्मक दृष्टि से राजनीति के शुरुआती वर्षों में यहां बहुत कार्य करने का अवसर मिला है. हर गांव और संगठन के एक-एक कार्यकर्ता से बखूबी वाकिफ हूं.
- उन्होंने कहा कि यही वजह है कि उनकी उम्मीदवारी को सभी लोगों ने सकारात्मक ढंग से लिया है. किसी भी तरह का कोई विरोध नहीं है, जैसा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में विरोध खुलकर सड़कों पर आ गया था.
- पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों की चर्चा ही नहीं हो रही विकास चारों तरफ दिख भी रहा है और बीजेपी का मुद्दा चुनाव में विकास और राष्ट्रवाद है.
- उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनके जीतने के बाद देवरिया जिले को देश के अंदर एक विशिष्ट पहचान मिलेगी.
- उन्होंने पूर्व सांसद, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्रा के ढेर सारे विकास को भी अपने जीत का आधार बताया और कहा कि वह जो अधूरा छोड़ गए हैं उसे पूरे मनोयोग से पूरा किया जाएगा.
- इस दौरान उन्होंने महागठबंधन को स्वार्थी लोगों का गठबंधन बताया और कहा कि ऐसे लोग अपना लक्ष्य तय कर राजनीति करते हैं. उनका देश और समाज के विकास से कुछ लेना देना नहीं है.
- इसीलिए ऐसे दलों के लोग अमर्यादित शब्दों का प्रयोग भी करते हैं जिससे समाज में फूट और जाति-पाति की राजनीति पैदा होती है.