चित्रकूट: जिलाधिकारी शेषमणि पांडे व पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने गुरुवार को बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे का औचक निरीक्षण किया. यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा. 296 किमी. लंबा यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट में भरतकूप के निकट झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरया होते हुए इटावा की तहसील ताखा के ग्राम कुदरैल के समीप आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर खत्म होगा.
जिलाधिकारी ने यूपीडा व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए. कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि 110 मीटर चौड़े बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य 6 लेन पर किया जा रहा है. अभी सिर्फ मिट्टी का कार्य चल रहा है. इसका निर्माण कार्य 36 माह में पूर्ण करने की अवधि है, जिसमें 6 पैकेज पर कार्य किया जा रहा है.
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मिट्टी के खनन कार्य के लिए राजस्व विभाग से अनुमति समय रहते ले लिया जाए. अन्यथा शासन द्वारा कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. निरीक्षण के दौरान राजस्व के अधिकारी, उपजिलाधिकारी अश्विनी कुमार पांडे, तहसीलदार कर्वी दिलीप कुमार सहित संबंधित अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के लोग मौजूद रहे.
बता दें कि 29 फरवरी को पीएम मोदी ने सीएम योगी व कई मंत्रियों के साथ चित्रकूट के भरतकूप के गोंडा गांव में पहुंचकर जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की आधार शिला रखी थी. लॉकडाउन के चलते निर्माण कार्य रुकने के बाद अनलॉक-1 में एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य फिर से प्रगति पर है.