बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन 2018 के परिणाम आ चुके हैं. उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर की प्रिया सिंह ने डिप्टी एसपी बनकर जिले का नाम रोशन किया है. प्रिया सिंह की इस कामयाबी से परिवार में खुशी का माहौल है. घर पर बधाई देने वाले प्रशंसकों का तांता लगा हुआ है. ईटीवी भारत ने इस मौके पर प्रिया और उनके परिजनों से बातचीत की.
पिता को खाकी वर्दी में देखकर अच्छा लगता था
बुलंदशहर के मानसरोवर कॉलोनी की निवासी प्रिया सिंह ने यूपी पीसीएस 2018 में सफलता प्राप्त की है. इस कामयाबी से परिवार में भी खुशी का माहौल है. प्रिया सिंह अभी महज 26 साल की हैं और डिप्टी एसपी बनकर जिले में अपना झंडा बुलंद किया है. प्रिया सिंह के पिता खुद इंस्पेक्टर के पद पर उत्तर प्रदेश पुलिस में पिछले 30 सालों से सेवा दे रहे हैं. प्रिया के दादाजी ने भी यूपी पुलिस में लगभग 35 साल अपनी सेवा दी है. प्रिया अपने घर में तीसरी पीढ़ी हैं जो उत्तर प्रदेश पुलिस में अब अपनी सेवा देने जा रही हैं. प्रिया सिंह का कहना है कि वह बचपन से ही घर में खाकी का माहौल देखती आ रही हैं. उनका कहना है कि अपने पिता को पुलिस की वर्दी में चमकते सितारों के साथ देखकर उन्हें काफी अच्छा लगता था.
अनवरत अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर आगे बढ़ते रहें
प्रिया सिंह ने बताया कि उनकी स्कूलिंग बरेली से हुई. प्रिया ने फिजिक्स में मेरठ यूनिवर्सिटी से एमएससी की. मेरठ यूनिवर्सिटी में टॉप करने पर प्रिया को प्रदेश के गवर्नर की तरफ से गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया था. प्रिया के माता-पिता का कहना है कि प्रिया बचपन से ही होनहार है. उनकी एक बड़ी बहन है और दो भाई हैं. उनके पिता का कहना है कि अपने पिता से जो संस्कार उन्हें मिले वे उन्होंने अपने बच्चों को दिए. प्रिया के दादा जी ने समय-समय पर उनका मार्गदर्शन किया. अपर्याप्त समय होने के बावजूद एक पिता की हैसियत से उनके पिता ने हर वो मुमकिन कोशिश की, जिससे घर के चारों बच्चों को एक बेहतर माहौल मिल सके. उन्होंने बताया कि सभी अपने लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं. प्रिया ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि सभी मेहनत करें. कई बार जो असफलताएं आती हैं या बाधाएं आती हैं उनसे सबक लेते हुए अनवरत अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर लग्न के साथ आगे बढ़ते रहें, सफलता जरूर मिलेगी.
आगे भी कामयाबी पाने का सफर जारी रहेगा
बातचीत के दौरान प्रिया ने बताया कि उन्होंने कभी अपना समय नहीं गंवाया. उन्होंने जो प्रत्येक दिन पढ़ाई के लिए समय निर्धारित किया, उसे ध्यान में रखते हुए पढ़ाई करती रहीं. प्रिया की बड़ी बहन पीसीएसजे की मुख्य परीक्षा की धारा में दो बार सम्मिलित हो चुकी हैं. प्रिया का कहना है कि 2017 में यूपी पीसीएस एग्जाम में सफलता प्राप्त करके उन्होंने सहायक वाणिज्यकर अधिकारी का पद हासिल किया था और वह वर्तमान में गाजियाबाद में तैनात हैं. प्रिया ने ईटीवी भारत से कहा कि वह अब बतौर डिप्टी एसपी ज्वाइन करेंगी और आगे भी कामयाबी पाने का सफर जारी रहेगा.
अपनी बेटी की सफलता से गदगद उनकी माता जी उर्मिला सिंह का कहना है कि एक मां के लिए यह काफी भावुक क्षण है और उन्हें बेहद खुशी है कि उनके बच्चे मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेहनत के बल पर जो परिणाम हैं, वह भी काफी सुखद अहसास कराने वाले हैं.