बुलंदशहर: शासन की मंशा के मुताबिक सूबे के हर थाने में मिशन शक्ति टीम का गठन किया जाएगा. फिलहाल बुलन्दशहर जिले में आचार संहिता की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है. गौरतलब है कि यह टीम थानों पर आने वाली महिलाओं से संबंधित अपराधों में तत्काल एक्शन लेते हुए कार्रवाई करेगी और साथ ही अपराधियों के खिलाफ टीम मजबूत पैरवी भी करेगी.
हाल ही में दिए गए शासन के दिशा निर्देशों के क्रम में अब बुलंदशहर में भी महिलाओं से संबंधित अपराध, जिनमें चैन स्नैचिंग, अपहरण, दुष्कर्म, छेड़छाड़ शामिल हैं. इन अपराधों को लेकर जिले में मिशन शक्ति टीम काम करेगी. हालांकि आचार संहिता के बाद जिले के सभी थानों में टीम गठित करने के काम शुरू किया जाएगा. गौर करने वाली बात यह है कि जिले में विधानसभा की रिक्त पड़ी बुलंदशहर सदर सीट पर उपचुनाव होना है, जिस वजह से यहां अभी आचार संहिता लगी हुई है.
मिशन शक्ति की टीमों के क्रियान्वयन के लिए एसएसपी संतोष कुमार सिंह की तरफ से दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति के लिए एक महिला पुलिस क्षेत्राधिकारी और महिला कांस्टेबलों को टीम में रखा जाएगा. ये टीमें खासतौर से स्कूलों, कोचिंग सेंटर्स से लेकर विद्यालयों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी निगरानी करेगी. उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाओं पर मिशन शक्ति की टीम नकेल कसेगी, जो महिलाओं व बालिकाओं के साथ किसी भी तरह के उत्पीड़न से जुड़ी हों. एसएसपी ने कहा कि समाज में भय मुक्त माहौल बनाने में यह टीम बेहतर भूमिका निभाएगी और ऐसे कृत्य करने वालों के खिलाफ न सिर्फ शिकंजा कसा जा सकेगा बल्कि, त्वरित एक्शन भी लिया जा सकेगा. फिलहाल अस्थाई तौर पर बुलंदशहर में एक टीम को भी लगाया गया है. एसएसपी ने बताया कि जिले में अगले 6 माह तक यह अभियान चलेगा, जिसके लिए जिले की नोडल अधिकारी कमांडेंट पीएसी गाजियाबाद भारती सिंह महिला शक्ति की टीमों की निगरानी करेंगी.
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति के तहत महिला अपराधों से जुड़े मामलों में मजबूत पैरवी टीम की तरफ से की जाएगी. फिलहाल आचार संहिता के चलते एक टीम सक्रिय हो चुकी है. साथ ही 3 नवम्बर के बाद जिले के हर थाने में मिशन शक्ति की टीमों का गठन हो जाएगा.