ETV Bharat / state

फर्जी कागजातों के जरिए 33 साल से परिवार समेत बुलंदशहर में रह रहा बांग्लादेशी मौलाना गिरफ्तार

बुलंदशहर में बांग्लादेश का एक मौलाना 33 सालों परिवार समेत रह रहा था. जांच एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई. फिलहाल उसे पकड़ (Bangladeshi Maulana arrested) लिया गया है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 24, 2023, 9:05 PM IST

बुलंदशहर : नगर कोतवाली पुलिस ने मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में कई सालों से परिवार समेत रह रहे बांग्लादेशी मौलाना को गिरफ्तार किया है. आरोपी 33 साल से यहां डॉक्टरी का काम करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड, बैंकों की सात पासबुक, ड्राइविंग लाइसेंस आदि सामान बरामद किया है. आरोपी पासपोर्ट बनवाने के लिए भी प्रयासरत था. आरोपी मौलाना से एलआईयू समेत अन्य जांच एजेंसियों ने पूछताछ की है.

देर शाम हुई कार्रवाई : नगर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक विजयप्रकाश और उपनिरीक्षक दिनेश कुमार ने गुरुवार की शाम को मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में पुलिस टीम के साथ दबिश दी. टीम ने वहां से मौलाना इदरीश को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुद को भारतीय बताते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती के बाद उसने खुद के बांग्लादेशी होने की बात कबूल कर ली. पता चला कि मौलाना इदरीश बांग्लादेश के जिला टुंगी के गांव दाक्खिन का रहने वाला है. वह कई सालों से अवैध कागजातों के जरिए भारत में रह रहा था.

वर्ष 1990 में आया था भारत : पुलिस की जांच में पता चला कि वर्ष 1990 में आरोपी इदरीश अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुआ था. वर्ष 1995 में बुलंदशहर पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया था. नगर कोतवाली में उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था. 4 जून 1996 को उसे बांग्लादेश भेज दिया गया था. कुछ माह बाद ही वह लौट आया था. इसके बाद परिवार समेत यहीं पर रहने लगा था. पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विभिन्न बैंकों की सात पासबुक आदि बरामद किए. इन दिनों वह पासपोर्ट बनवाने का प्रयास कर रहा था. इस बीच पुलिस को इसकी खबर लग गई. पुलिस ने आरोपी इदरीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान करने की कार्रवाई की जा रही है.

अलीगढ़ में पढ़ता है मौलाना का बेटा : एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि मौलाना के बारे में सूचना मिली थी. पासपोर्ट बनवाकर वह यहां से बाहर जाने का प्रयास कर रहा था. मौलाना पर पहले से ही मुकदमा दर्ज है, उसे डिपोर्ट भी किया गया था. बाद में एक और मुकदमा दर्ज हुआ था. इसमें उसने कोर्ट से स्टे ले लिया था. छापेमारी में मौलाना को पकड़ लिया गया. मौलाना के संपर्क में जो लोग भी रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है. इसके पांच बच्चे हैं. एक बच्चा अलीगढ़ में पढ़ता है, जबकि एक बच्चा दिल्ली में रह रहा है. मौलाना का यहां एक मकान भी है. पुलिस उसकी संपत्ति की भी जांच कर रही है.

यह भी पढ़ें : शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंचे हिंदू युवक को बेहोश कर प्रेमिका के घरवालों ने करवा दिया खतना

पैसे नहीं दिए तो नशे में धुत बेटे ने जूते के फीते से पिता का गला घोंटा, ऐसे हुआ खुलासा

बुलंदशहर : नगर कोतवाली पुलिस ने मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में कई सालों से परिवार समेत रह रहे बांग्लादेशी मौलाना को गिरफ्तार किया है. आरोपी 33 साल से यहां डॉक्टरी का काम करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड, बैंकों की सात पासबुक, ड्राइविंग लाइसेंस आदि सामान बरामद किया है. आरोपी पासपोर्ट बनवाने के लिए भी प्रयासरत था. आरोपी मौलाना से एलआईयू समेत अन्य जांच एजेंसियों ने पूछताछ की है.

देर शाम हुई कार्रवाई : नगर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक विजयप्रकाश और उपनिरीक्षक दिनेश कुमार ने गुरुवार की शाम को मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में पुलिस टीम के साथ दबिश दी. टीम ने वहां से मौलाना इदरीश को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुद को भारतीय बताते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती के बाद उसने खुद के बांग्लादेशी होने की बात कबूल कर ली. पता चला कि मौलाना इदरीश बांग्लादेश के जिला टुंगी के गांव दाक्खिन का रहने वाला है. वह कई सालों से अवैध कागजातों के जरिए भारत में रह रहा था.

वर्ष 1990 में आया था भारत : पुलिस की जांच में पता चला कि वर्ष 1990 में आरोपी इदरीश अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुआ था. वर्ष 1995 में बुलंदशहर पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया था. नगर कोतवाली में उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था. 4 जून 1996 को उसे बांग्लादेश भेज दिया गया था. कुछ माह बाद ही वह लौट आया था. इसके बाद परिवार समेत यहीं पर रहने लगा था. पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विभिन्न बैंकों की सात पासबुक आदि बरामद किए. इन दिनों वह पासपोर्ट बनवाने का प्रयास कर रहा था. इस बीच पुलिस को इसकी खबर लग गई. पुलिस ने आरोपी इदरीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान करने की कार्रवाई की जा रही है.

अलीगढ़ में पढ़ता है मौलाना का बेटा : एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि मौलाना के बारे में सूचना मिली थी. पासपोर्ट बनवाकर वह यहां से बाहर जाने का प्रयास कर रहा था. मौलाना पर पहले से ही मुकदमा दर्ज है, उसे डिपोर्ट भी किया गया था. बाद में एक और मुकदमा दर्ज हुआ था. इसमें उसने कोर्ट से स्टे ले लिया था. छापेमारी में मौलाना को पकड़ लिया गया. मौलाना के संपर्क में जो लोग भी रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है. इसके पांच बच्चे हैं. एक बच्चा अलीगढ़ में पढ़ता है, जबकि एक बच्चा दिल्ली में रह रहा है. मौलाना का यहां एक मकान भी है. पुलिस उसकी संपत्ति की भी जांच कर रही है.

यह भी पढ़ें : शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंचे हिंदू युवक को बेहोश कर प्रेमिका के घरवालों ने करवा दिया खतना

पैसे नहीं दिए तो नशे में धुत बेटे ने जूते के फीते से पिता का गला घोंटा, ऐसे हुआ खुलासा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.