ETV Bharat / state

एक्शन मोड में बुलंदशहर के नए DM, एक घंटे में बन गया फरियादी का लाइसेंस

डीएम अभय सिंह 2007 बैच के IAS अधिकारी हैं. डीएम के आदेश देने के बाद अधिकारी हरकत में आए और जो काम महीनों से अटका हुआ था वह एक घंटे में पूरा हो गया. अपना काम पूरा होने पर फरियादी ने डीएम को धन्यवाद भी किया.

author img

By

Published : Feb 19, 2019, 5:58 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर के नवनियुक्त तेजतर्रार जिलाधिकारी अभय सिंह 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. लाइसेंस को लेकर अफसरों की चौखटों पर चक्कर लगा रहे भानु सिंह ने जैसे ही आपबीती डीएम अभय सिंह को सुनाई, उन्होंने आनन फानन में बगैर देर किए उनकी डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस बनवाकर दिया. जिस काम के लिए लम्बे समय से भानु सिंह बार बार चक्कर लगा रहे थे. उस काम को महज कुछ ही घंटों में होने से उनके चेहरे पर चमक देखी जा सकती.

undefined

दरअसल भानु के पिता दिवंगत जसवंत सिंह के नाम पर एक डबल बैरल बंदूक थी. उसको अपने नाम पर स्थानांतरण कराने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी की चौखटों पर लाइसेंसी असलहे के लिए आवेदन किया. लेकिन किसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई. सोमवार को यह मामला जब जिलाधिकारी अभय सिंह के सामने आया तो उन्होंने तुरंत इसमें संज्ञान लिया. डीएम ने वारिसान लाइसेंस जारी करने के लिए तत्काल आदेश दिए और एक घंटे में लाइसेंस बन गया.

बुलंदशहर के नवनियुक्त तेजतर्रार जिलाधिकारी अभय सिंह 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. लाइसेंस को लेकर अफसरों की चौखटों पर चक्कर लगा रहे भानु सिंह ने जैसे ही आपबीती डीएम अभय सिंह को सुनाई, उन्होंने आनन फानन में बगैर देर किए उनकी डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस बनवाकर दिया. जिस काम के लिए लम्बे समय से भानु सिंह बार बार चक्कर लगा रहे थे. उस काम को महज कुछ ही घंटों में होने से उनके चेहरे पर चमक देखी जा सकती.

undefined

दरअसल भानु के पिता दिवंगत जसवंत सिंह के नाम पर एक डबल बैरल बंदूक थी. उसको अपने नाम पर स्थानांतरण कराने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी की चौखटों पर लाइसेंसी असलहे के लिए आवेदन किया. लेकिन किसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई. सोमवार को यह मामला जब जिलाधिकारी अभय सिंह के सामने आया तो उन्होंने तुरंत इसमें संज्ञान लिया. डीएम ने वारिसान लाइसेंस जारी करने के लिए तत्काल आदेश दिए और एक घंटे में लाइसेंस बन गया.

Intro:बुलंदशहर में चार्ज सम्भालते ही नवनियुक्त जिलाधिकारी अभय सिंह एक्शन मोड़ में दिखे ,जिससे जहां सुस्त अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अब दिक्कतें आ सकती हैं,वहीं महीनों से लंबित पड़े कार्य भी अब आम जन के होने शुरू हो गए हैं,रिपोर्ट देखिये।


Body:बुलन्दशहर में नवनियुक्त जिलाधिकारी बनाकर भेजे गए तेजतर्रार 2007 बैच के आईएएस अधिकारी अभय सिंह ने चार्ज सम्भालते ही अपने मातहतों को भी अपनी बेहतर कार्यशैली और जनसरोकारों के प्रति शासन की नीति से अवगत कराने का संदेश देते हुए हिदायत दी है कि लचर तरीके से काम करने वाले बाज आएं , तो वहीं आज जिलाधिकारी ने महीनों से वारिसान असलहे के लाइसेंस के लिए अफसरों की चौखटों पर चक्कर लगा रहे जिले के आहार थाना क्षेत्र के गांव रजापुर निवासी भानु सिंह पुत्र जसवंत सिंह, कल शाम को जैसे ही आपबीती युवा डीएम अभय सिंह को सुनाई, उन्होंने आनन फानन में बगैर देर किए उनकी डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस बनवाकर दिया,जिस काम के लिए लम्बे समय से भानु सिंह बार बार चक्कर लगा रहे थे ,उस काम को महज कुछ ही घण्टों में होने से उनके चेहरे पर चमक देखी जा सकती यही,उन्होंने जिलाधिकारी की कार्यशैली के लिए उनका आभार जताया तो वहीं डीएम की तारीफ करते हुए सिस्टम पर भी अंगुलियां उठायीं, दरअसल भानु के पिता स्वर्गीय जसवंत सिंह के नाम पर एक डबल बैरल बन्दूक थी,और उसको अपने नाम पर स्थानांतरण कराने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी की चौखटों पर लाइसेंसी असलहे के लिए आवेदन और निवेदन किया लेकिन किसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई सोमवार को ये प्रकरण जब जिलाधिकारी अभय सिंह के सामने आया तो उन्होंने तुरंत इसमें संज्ञान लेते हुए वारिसान लाइसेंस जारी करने के लिए तत्काल आदेश दिए और आज भानु सिंह को जिलाधिकारी के हाथों से लाइसेंस दिया गया।
बाइट...अभय सिंह,जिलाधिकारी ,बुलंदशहर ।


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.