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बुलंदशहर: जिला कारागार में 890 की जगह में रह रहे हैं 2 हजार से अधिक कैदी

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं. इस जेल की क्षमता करीब 890 कैदियों की है. लेकिन यहां पर लगभग 2 हजार से ज्यादा कैदी रह रहे हैं. ओपी कटियार, जेल अधीक्षक का कहना है कि कैदियों को कोई परेशानी नहीं है.

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं.
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Published : Apr 25, 2019, 11:08 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं. खास बात है ये है कि जेल प्रशासन का दावा है कि सभी क़ैदी आराम से रह रहे हैं, जबकि जिस जेल की क्षमता ही करीब 890 कैदियों की है. वहां दो हजार से ज्यादा बंदी कैसे आराम से रह सकते हैं.

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा बंदी निरुद्ध हैं. यह हम नहीं कहते यह खुद कहते हैं जेल अधीक्षक ओपी कटियार.

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं.
  • जेल में प्रत्येक बैरक में क्षमता से ज्यादा कैदी रह रहे हैं.
  • जेल का निर्माण एनएच 91 के चंदेरू गांव के पास हुआ है.
  • जैसे-जैसे समय बदला तो क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता गया.
  • ये जेल कि काफी समय पूर्व बुलंदशहर नगर के बीचोबीच जेल बनी हुई थी.
  • शहर के बीचोबीच कारागार होने के चलते आये दिन यहां जाम का झाम रहता था.

बुलंदशहर जिला कारागार में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. जेल में न हीं तो बजट की कोई दिक्कत है. न किसी बंदी को ही कोई परेशानी होने दी जा रही है.
-ओपी कटियार, जेल अधीक्षक, बुलन्दशहर

फिलहाल जेल के जिम्मेदार अधिकारी जहां कैमरे के सामने सबकुछ फीलगुड कराते नजर आ रहे हैं. वहीं मन की बात करते हुए वो कहते हैं कि शासन को लगातार जेल की क्षमता और वर्तमान कैदियों के बारे में जानकारी भेजी जाती है, लेकिन इस का कोई उपाय नजर नहीं आता.

बुलंदशहर: जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं. खास बात है ये है कि जेल प्रशासन का दावा है कि सभी क़ैदी आराम से रह रहे हैं, जबकि जिस जेल की क्षमता ही करीब 890 कैदियों की है. वहां दो हजार से ज्यादा बंदी कैसे आराम से रह सकते हैं.

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा बंदी निरुद्ध हैं. यह हम नहीं कहते यह खुद कहते हैं जेल अधीक्षक ओपी कटियार.

बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं.
  • जेल में प्रत्येक बैरक में क्षमता से ज्यादा कैदी रह रहे हैं.
  • जेल का निर्माण एनएच 91 के चंदेरू गांव के पास हुआ है.
  • जैसे-जैसे समय बदला तो क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता गया.
  • ये जेल कि काफी समय पूर्व बुलंदशहर नगर के बीचोबीच जेल बनी हुई थी.
  • शहर के बीचोबीच कारागार होने के चलते आये दिन यहां जाम का झाम रहता था.

बुलंदशहर जिला कारागार में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. जेल में न हीं तो बजट की कोई दिक्कत है. न किसी बंदी को ही कोई परेशानी होने दी जा रही है.
-ओपी कटियार, जेल अधीक्षक, बुलन्दशहर

फिलहाल जेल के जिम्मेदार अधिकारी जहां कैमरे के सामने सबकुछ फीलगुड कराते नजर आ रहे हैं. वहीं मन की बात करते हुए वो कहते हैं कि शासन को लगातार जेल की क्षमता और वर्तमान कैदियों के बारे में जानकारी भेजी जाती है, लेकिन इस का कोई उपाय नजर नहीं आता.

Intro:बुलंदशहर की जिला कारागार में क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा कैदी निरुद्ध हैं, खास बात है ये है कि जेल प्रशासन का दावा है कि सभी क़ैदी आराम से रह रहे हैं,जबकि मजे की बात तो ये है कि जिस जेल की क्षमता ही करीब 8 सौ 90 कैदियों की है,वहां दो हजार से ज्यादा बंदी कैसे आराम से रह सकते हैं।इटीवी भारत की एक्सक्लुसिव पडतालपूर्ण ग्राउंड जीरो रिपोर्ट देखिये।




Body:बुलंदशहर जिला कारागार में क्षमता से ज्यादा बंदी निरुद्ध हैं, यह हम नहीं कहते यह खुद कहते हैं जेल अधीक्षक ओपी कटियार हम आपको बता दें कि काफी समय पूर्व बुलंदशहर नगर के बीचों बीच जेल बनी हुई थी ,जिसकी क्षमता भी काफी कम उस वक्त हुआ करती थी, शहर के बीचोंबीच कारागार होने के चलते आये दिन यहां जाम का झाम रहता था ,काफी पहले बुलन्दशहर नगर क्षेत्र से जेल को शहर के बाहर शिफ्ट कर दिया गया था , जिसके बाद जेल का निर्माण हुआ और एनएच 91 के चंदेरू गांव के पास जेल बनाई गई लेकिन जैसे जैसे समय बदला तो क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता गया और नहीं बढ़ पाया तो एक बार बनने के बाद जेल का आकार ,जेल में प्रत्येक बैरक में क्षमता से ज्यादा केदी रह रहे हैं ,इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि अगर तन्हाई बैरक और कुछ अन्य हिस्से को छोड़ दिया जाए तो कुल जेल की क्षमता कुल साढ़े 8 सौ कैदियों की है, और पूर्णतया अधिकतम सिर्फ यहां 890 केदी रह सकते हैं,लेकिन फिलहाल इस जेल में दो हजार 44 कैदी हैं,और फिलहाल दोगुने से ज्यादा बंदी कारागार में रह रहे हैं , बकौल जेल अधीक्षक ओपी कटियार लगातार यहां कैदियों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है, अब भले ही जिले में अपराध का ग्राफ वजह रही हो या कोई और लेकिन फिलहाल जिला कारागार में दो हजार से भी ज्यादा कैदी बंद है, तो वहीं इस जेल की क्षमता के बारे में अगर आप जानेंगे तो चौक जाएंगे जेल अधीक्षक ओपी कटियार का कहना है कि जिला कारागार में हैं , इस बारे में जेल अधीक्षक ओपी कटिहार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बुलंदशहर जिला कारागार में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है,आखिर बड़ा सवाल यहीं से खड़ा होता कोई इनसे यह पूछे कि जिस जेल की क्षमता को खुद बता रहे हैं और उससे दोगुनी कैदी भी वह जेल में बता रहे हैं तो आखिर बंदी अधिकाधिक होने के बावजूद किस हाल में होंगे, फिलहाल जेल अधीक्षक का कहना है कि जेल में न हीं तो बजट की कोई दिक्कत है ,और न किसी बंदी को ही कोई परेशानी होने दी जा रही है,

बाइट ...ओपी कटियार,जेल अधीक्षक,बुलन्दशहर ।

फिलहाल जेल के जिम्मेदार अधिकारी जहां कैमरे के सामने सबकुछ फीलगुड कराते नजर आ रहे हैं तो वहीं मन की बात करते हुए वो कहते हैं कि शासन को लगातार जेल की क्षमता और वर्तमान कैदियों के बारे में जानकारी भेजी जाती है,लेकिन इस का कोई उपाय नजर नहीं आता।अगर हम बात करें सूबे की जेलों की तो यही हाल लगभग हर जेल का है।


पीटीसी...श्रीपाल तेवतिया,बुलन्दशहर ।


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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