बिजनौर: यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आज बजट पेश किया है. इस बजट को लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश के बिजनौर के किसानों को इस बजट से काफी उम्मीद थी. लेकिन किसानों का साफ तौर से कहना है कि इस बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं है. प्रदेश सरकार द्वारा यह बजट झूठा है. इस बजट से किसानों को किसी तरीके का कोई लाभ नहीं मिलेगा.
इस बजट से किसानों को लाभ नहीं
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अबकी बार कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 600 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है. इसको लेकर किसानों का साफ तौर से कहना है कि इस बजट के माध्यम से किसानों को कोई लाभ नहीं होना है. यह हर बार इस तरह की बातें करते हैं, लेकिन किसानों के हाथ अभी तक खाली हैं. वहीं अधिक उत्पादन वाली फसलों पर किसानों का साफ तौर से कहना है कि यह किसान तय करेगा कि उन्हें कौन सी फसल पैदा करनी हैं और किस फसल के उगाने से उन्हें लाभ होगा.
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यह झूठी है सरकार
सिंचाई के लिए 700 करोड़ रुपए मुफ्त पानी की सुविधा को लेकर किसानों का कहना है कि इनके द्वारा लगातार बिजली के दामों में जो बढ़ोतरी की गई है. उससे किसानों को सिंचाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जब तक बिजली के दाम कम नही होंगे, तब तक मुफ्त पानी की सुविधा कैसे लागू हो सकती है. यह झूठों की सरकार है. केवल झूठ बोलने का काम इस बजट में किया गया है.
बजट में किसान के लिए कुछ नहीं
यूपी सरकार ने 1 लाख 23000 हजार करोड़ रुपये के रिकॉर्ड मूल्य गन्ने के भुगतान को लेकर किसानों का साफ तौर से कहना है कि पिछले साल के गन्ने का भुगतान अभी तक बिजनौर शुगर मिलों द्वारा नहीं किया गया है. सरकार भले ही यह दिखाने की कोशिश कर रही हो कि इतने लाख करोड़ रुपये का गन्ने का भुगतान किया गया है. लेकिन यह सिर्फ झूठ है. अभी तक पिछले साल के गन्ने का बकाया भुगतान किसानों को नहीं मिला है. साथ ही किसानों का कहना है कि उनको इस बजट से काफी उम्मीद थी. लेकिन इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है. जिसको लेकर यह कहा जा सके कि यह बजट किसान के लिए उपयोगी है.