बस्ती: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उ.प्र. आवास एवं विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह के नेतृत्व में किसानों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये दुबौलिया विकास खण्ड के बैरागल बाग में मुआवजे की मांग को लेकर धरना दिया. प्रशासन ने निवेदन किया कि श्रीराम जानकी मार्ग एनएच-227 ए पर सड़क निर्माण किसानों को मुआवजा देने के बाद ही किया जाय.
धरना स्थल पर सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि किसानों को बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण किसी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है. धरने के बाद सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव और सिद्धार्थ सिंह ने किसानों के प्रतिनिधि मण्डल के साथ हर्रैया के उप जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा से वार्ता की और स्थितियों की जानकारी दी. सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि प्रेम प्रकाश मीणा ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि किसानों को बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण नहीं होगा.
इस पर सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि यदि बिना मुआवजा दिये निर्माण हुआ तो किसान पुनः आन्दोलन को बाध्य होंगे. उन्होंने बताया कि किसान विकास विरोधी नहीं हैं. उसे मुआवजा देने के बाद ही सड़क निर्माण कराया जाय. यदि वृहद किसान आन्दोलन की स्थिति उत्पन्न हुई तो इसके लिये जिलाधिकारी और उत्तर प्रदेश सरकार की स्वयं जिम्मेदार होगी.
सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि यदि जबरिया बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण की कोशिश की गई तो किसान अपने अधिकारों की मांग को लेकर आन्दोलन को बाध्य होंगे. इसका पूरा दायित्व प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन का होगा. जिलाधिकारी के पत्र के बाद अब किसानों को उनकी भूमि का मुआवजा मिल सकेगा, लेकिन बिना भूमि अधिग्रहण एवं मुआवजा दिलाये दोबारा श्रीराम जानकी मार्ग एनएच-227 ए पर सड़क निर्माण का कार्य आरम्भ कर दिया गया.
सपा नेता सिद्धार्थ ने चेतावनी दी है कि किसी भी स्थिति में किसानों के जमीनों की लूट नहीं होने दी जायेगी. यदि बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण कराया गया तो किसान हक के लिये आन्दोलन को बाध्य होंगे. वहीं इस पूरे मामले को लेकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि मामले की जानकारी आला अधिकारियों को है और किसानों के मुआवजा को लेकर कार्रवाई की जा रही है जल्दी समस्या का हल निकाल लिया जाएगा.