बस्ती: साल 2021 तक हर गरीब को आवास देने की योजना अब धीरे-धीरे धरातल पर उतर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत पूरे देश में बस्ती जिले से की जा रही है, जिसे लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. हर उस गरीब परिवार को इस योजना का लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है, जिनके पास अपना खुद का घर नहीं है.
दरअसल, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत हर गरीब को आवास दिया जाना है, जिसको लेकर बस्ती में अभी तक लगभग 66 हजार गरीब परिवारों का चयन किया गया है. इस योजना के तहत पूरे देश में बस्ती जिले के कप्तानगंज ब्लॉक के 3 गांवों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना गया है, जहां पर सबसे पहले प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 100 फीसदी गरीबों को आवास देकर योजना को जमीन पर उतारा जाएगा.
परियोजना निदेशक डीपी सिंह ने इस बाबत बताया कि गरीबों को आवास देने की योजना में प्रदेश के केवल 31 जनपद चुने गए हैं, जिनमें उन सभी जनपदों में से ऐसे गरीबों का चयन किया जाना है, जो पात्र हैं और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. सरकार की नजर में उत्तर प्रदेश के ये 31 जनपद पिछड़े इलाके माने जाते हैं, जहां पर गरीब परिवार की संख्या अधिक है. इसलिए प्रदेश के 31 जिलों में बस्ती को चुना गया. पूरे देश में इस पायलट प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए बस्ती के कप्तानगंज ब्लॉक को चुना गया है.
डीपी सिंह ने बताया कि 31 अक्टूबर के अंत तक सभी पात्र गरीबों के खाते में आवास योजना का पैसा भेज देना है. इस योजना का लाभ जिन्हें भी मिलेगा, उनके घर जाकर लाउडस्पीकर से पूरे गांव में ऐलान भी होगा, ताकि किसी अपात्र को इस योजना का लाभ न मिल जाए.
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सरकार की मंशा है कि, आगामी चुनाव से पहले हर गरीब अपने घर में रहे. कोई भी गरीब छप्पर के मकान में न रहे, जिसको लेकर सरकार ने इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है और इस योजना को हर गरीब के घर तक पहुंचाने के लिए सरकारी अफसर पूरी ताकत झोंक दिए हैं.