बस्ती: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभालते ही घोषणा की थी कि प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने हर जिले को पैसा भी आवंटित किया. माननीयों ने सड़क का शिलान्यास भी किया, लेकिन ठेकेदारों द्वारा आधी अधूरी सड़क बनाकर पैसा तो पेमेंट करवा लिया गया, लेकिन सड़कें गड्ढा मुक्त आज भी नहीं हो पायी हैं.
दरअसल बात हो रही है विशेषरगंज बाजार के पास स्थित रामजानकी मार्ग से भकरही,दांवरिपारा होते हुए निदूरी स्कूल तक जाने वाली सड़क की, जिसका शिलान्यास 21 नवम्बर 2019 को भले ही हो गया. सड़क को कागज में 254.57 लाख रूपये से 4.5 किमी.बना दिया गया, लेकिन सड़क की जमीनी हकीकत कुछ अलग ही बयां कर रही है. महूघाट विशेषरगंज मार्ग से निदूरी स्कूल से दांवरिपारा जाने वाली यह सड़क दर्जनों गांवों को मुख्य सड़क से जोडती है, लेकिन सड़क में आज भी जगह जगह गड्ढे बने हैं. पूर्व में निर्मित मार्ग की महज पैचिंग और आंशिक कार्य कर के इतिश्री कर दी गयी.
विशेषरगंज से भकरही होते हुए दांवरिपारा जाने वाली इस सड़क पर कोई काम हुआ ही नहीं, महज दांवरिपारा गांव में थोडी सी सड़क बना करके बजट का जमकर बंदरबांट कर लिया गया, जिस वजह से बरसात में सड़क पर जलजमाव होने से सड़क नाले में तब्दील हो गयी, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिले के उच्चधिकारियों से भी किया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई.
सुनवाई नहीं होने पर थकहार कर ग्रामीणों ने समाजसेवी चन्द्र मणि पान्डेय के नेतृत्व मे सैकड़ों ग्रामीणों संग गड्ढा युक्त सड़क पर धान की रोपाई कर जमकर विरोध किया गया. वहीं समाजसेवी चन्द्र मणि पान्डेय ने सड़क की दुर्दशा दिखाते हुए कहा कि एक पखवाड़े के अन्दर यदि शासन प्रशासन सड़क को सही नहीं करवाता है तो हम सैकड़ों ग्रामीणों संग जिला प्रशासन को घेरने और धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे.