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बस्ती: दारोगा पर निर्दोष को जेल भेजने का आरोप, एसपी दफ्तर के सामने जमकर कटा बवाल

यूपी के बस्ती में एक युवक की फांसी लगाने से मौत के मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी और गांव के मुराली चौधरी को भी हत्यारोपी बना दिया था. इस सदमे को मुराली चौधरी की पत्नी बर्दाश्त नहीं कर सकी. सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इससे गुस्साएं ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन करते लोग
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Published : Sep 10, 2019, 11:34 AM IST

बस्तीः जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव निवासी मुराली चौधरी को हत्या के मामले में गिरफ्तार करने की घटना से सदमे में चल रहीं. उसकी पत्नी नीलम की मौत हो गई. इसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने उसका शव एसपी कार्यालय के पास सड़क पर रख जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

ग्रामीणों ने किया जमकर बवाल.

इसे भी पढ़ें- बांदा: मूलभूत समस्यायों को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन

1 अगस्त को मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव में उमेश चौधरी नामक युवक की फांसी लगाने से मौत के मामले पुलिस ने बाद में हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक की पत्नी सोनी को गिरफ्तार कर लिया था. मामले में गांव के ही मुराली चौधरी को भी उमेश का हत्यारोपित बना दिया गया. पिता रामसुमेर ने कहा कि मुराली की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने उमेश को फंसरी काटकर नीचे उतारा था. पुलिस ने उल्टे मुराली चौधरी ही हत्या का मुल्जिम बना दिया.

मामले में मुरारी के पिता रामसुमेर ने मुंडेरवा के प्रभारी निरीक्षक पर रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह रकम नहीं दे पाए तो उनके बेटे को घटना के एक माह बाद दो सितंबर को गिरफ्तार कर लिया. यह सदमा उनकी बहू नीलम बर्दाश्त नहीं कर सकी और सोमवार को उसने इलाज के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. जैसे ही गांव में इस बात की जानकारी पहुंची तो बड़ी संख्या में ग्रामीण, परिजनों और रिश्तेदारों के साथ अस्पताल पहुंच गए और बाद में शव लेकर डीएम से मिलने के लिए निकल पड़े.

इसे भी पढ़ें- मोटर व्हीकल एक्ट और बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ जगह-जगह धरना प्रदर्शन

ग्रामीण शव को चारपाई पर रखकर डीएम से मिलने उनके आवास पर जा रहे थे, इसी बीच सीओ सिटी आलोक सिंह, सीओ रुधौली एसपी सिंह, सीओ कलवारी, कोतवाल एमपी चतुर्वेदी सहित कटरा, सिविल लाइंस आदि पहुंच गए. ग्रामीणों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया तो उन्होने एसपी कार्यालय के पास ही सड़क पर शव रख दिया और रास्ता जाम कर दिया.

बस्ती सदर विधायक दयाराम चौधरी को जैसे ही घटना की जानकारी मिली वह मौके पर पहुंच गए. उनको देखते ही परिजनों ने मुंडेरवा एसओ पर दो लाख रुपये मांगने और न देने पर युवक को फर्जी फंसाने का आरोप लगाया. ग्रामीण थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर प्रकरण की जांच कराने की मांग की. विधायक ने उन्हे जांच का आश्वासन दिया.

कुछ दिन पहले एक हत्या के मामले में एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है, मैने इन लोगों से ज्ञापन ले लिया है. जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कारवाई की जाएगी.
-पंकज, एएसपी

बस्तीः जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव निवासी मुराली चौधरी को हत्या के मामले में गिरफ्तार करने की घटना से सदमे में चल रहीं. उसकी पत्नी नीलम की मौत हो गई. इसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने उसका शव एसपी कार्यालय के पास सड़क पर रख जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

ग्रामीणों ने किया जमकर बवाल.

इसे भी पढ़ें- बांदा: मूलभूत समस्यायों को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन

1 अगस्त को मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव में उमेश चौधरी नामक युवक की फांसी लगाने से मौत के मामले पुलिस ने बाद में हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक की पत्नी सोनी को गिरफ्तार कर लिया था. मामले में गांव के ही मुराली चौधरी को भी उमेश का हत्यारोपित बना दिया गया. पिता रामसुमेर ने कहा कि मुराली की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने उमेश को फंसरी काटकर नीचे उतारा था. पुलिस ने उल्टे मुराली चौधरी ही हत्या का मुल्जिम बना दिया.

मामले में मुरारी के पिता रामसुमेर ने मुंडेरवा के प्रभारी निरीक्षक पर रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह रकम नहीं दे पाए तो उनके बेटे को घटना के एक माह बाद दो सितंबर को गिरफ्तार कर लिया. यह सदमा उनकी बहू नीलम बर्दाश्त नहीं कर सकी और सोमवार को उसने इलाज के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. जैसे ही गांव में इस बात की जानकारी पहुंची तो बड़ी संख्या में ग्रामीण, परिजनों और रिश्तेदारों के साथ अस्पताल पहुंच गए और बाद में शव लेकर डीएम से मिलने के लिए निकल पड़े.

इसे भी पढ़ें- मोटर व्हीकल एक्ट और बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ जगह-जगह धरना प्रदर्शन

ग्रामीण शव को चारपाई पर रखकर डीएम से मिलने उनके आवास पर जा रहे थे, इसी बीच सीओ सिटी आलोक सिंह, सीओ रुधौली एसपी सिंह, सीओ कलवारी, कोतवाल एमपी चतुर्वेदी सहित कटरा, सिविल लाइंस आदि पहुंच गए. ग्रामीणों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया तो उन्होने एसपी कार्यालय के पास ही सड़क पर शव रख दिया और रास्ता जाम कर दिया.

बस्ती सदर विधायक दयाराम चौधरी को जैसे ही घटना की जानकारी मिली वह मौके पर पहुंच गए. उनको देखते ही परिजनों ने मुंडेरवा एसओ पर दो लाख रुपये मांगने और न देने पर युवक को फर्जी फंसाने का आरोप लगाया. ग्रामीण थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर प्रकरण की जांच कराने की मांग की. विधायक ने उन्हे जांच का आश्वासन दिया.

कुछ दिन पहले एक हत्या के मामले में एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है, मैने इन लोगों से ज्ञापन ले लिया है. जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कारवाई की जाएगी.
-पंकज, एएसपी

Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- एसपी दफ्तर के सामने शव रखकर प्रदर्शन

एंकर- मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव निवासी मुराली चौधरी को हत्या के मामले में गिरफ्तार करने की घटना से सदमे में चल रहीं उसकी पत्नी नीलम की मौत के बाद गुस्साये परिजनों और ग्रामीणों ने उसका शव एसपी कार्यालय के पास सड़क पर रख विरोध प्रदर्शन किया। इससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। बड़ी संख्या में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ पहुंच गए और नाराज लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे। पुलिस का शव वाहन मौके पर पहुंच गया है लेकिन देर रात तक लोग उसमे शव रखने नहीं दिए।

एक अगस्त को मुंडेरवा थाना क्षेत्र के परसा हज्जाम गांव में उमेश चौधरी नामक युवक की फांसी लगाने से मौत के मामले पुलिस ने बाद में हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक की पत्नी सोनी को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में गांव के ही मुराली चौधरी को भी उमेश का हत्यारोपित बना दिया गया। पिता रामसुमेर ने कहा कि मुराली की गलती सिर्फ इतनी ही थी कि उसने उमेश को फंसरी काटकर नीचे उतारा था। पुलिस ने उल्टे उसे ही हत्या का मुल्जिम बना दिया। मामले में मुंडेरवा के प्रभारी निरीक्षक पर रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह रकम नहीं दे पाए तो उनके बेटे को घटना के एक माह बाद दो सितंबर को गिरफ्तार कर लिया। यह सदमा उनकी बहू नीलम बर्दाश्त नहीं कर सकी और सोमवार को उसने उपचार के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसकी जानकारी जैसे ही गांव में पहुंची तो बड़ी संख्या में ग्रामीण, परिजनों और रिश्तेदारों के साथ अस्पताल पहुंच गए और बाद में शव लेकर डीएम से मिलने के लिए निकल पड़े।


Body:ग्रामीण शव को चारपाई पर रखकर डीएम से मिलने उनके आवास पर जा रहे थे, इसी बीच सीओ सिटी आलोक सिंह, सीओ रुधौली एसपी सिंह, सीओ कलवारी, कोतवाल एमपी चतुर्वेदी सहित कटरा, सिविल लाइंस आदि पहुंच गए। ग्रामीणों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया तो उन्होने एसपी कार्यालय के पास ही सड़क पर शव रख दिया और पुलिस पर अपनी भड़ास निकालने लगे। पुलिस के प्रति आक्रोश बढ़ता देख मौके पर एसडीएम सदर श्रीप्रकाश शुक्ल, एलआइयू इंस्पेक्टर आलोक सिंह, पीएसी के जवान भी पहुंच गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी नाराज ग्रामीणों को समझाते रहे, मगर लोग नहीं माने। ग्रामीणों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं।




Conclusion:बस्ती सदर विधायक दयाराम चौधरी को जैसे ही घटना की जानकारी मिली वह मौके पर पहुंच गए। उनको देखते ही परिजनों, रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने मुंडेरवा एसओ पर दो लाख रुपये मांगने और न देने पर युवक को फर्जी फंसाने का आरोप लगाया। ग्रामीण थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर प्रकरण की जांच कराने की मांग कर रहे थे। विधायक ने उन्हे जांच का आश्वासन दिया, मगर ग्रामीण थाना प्रभारी के तत्काल निलंबन पर अड़े रहे। विधायक ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करते रहे।

बाइट- परिजन
बाइट- ग्रामीण
बाइट- पंकज......एएसपी


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