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बस्ती में अंधता निवारण योजना फेल, कैसे लौटेगा आंखों का नूर

बस्ती में अंधता निवारण योजना खुद रोशनी की तलाश में दर-दर भटक रही है. ऐसे में लोगों की आंखों का नूर कैसे लौटेगा. यह हाल है जिला अस्पताल बस्ती का. यहां अंधता निवारण योजना बेमतलब बनी हुई है.

बस्ती में अंधता निवारण योजना फेल.
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Published : Nov 12, 2019, 2:13 AM IST

बस्ती: जिले में अंधता निवारण योजना फेल साबित होती नजर आ रही है. जिला अस्पताल में डेढ़ साल से मशीन लेंस और दवा की सप्लाई न होने से बेकार पड़ी हुई है. वहीं डॉक्टरों के न होने से लोगों खासकर मोतियाबिंद के मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

सीएमएस ने दी सफाई.

डॉक्टर के न होने से रोज भारी संख्या में मरीजों को वापस लौटना पड़ता है. साथ ही जो फोल्डेबल मशीन ऑपरेशन के लिए रखी हुई है, वह भी पड़े-पड़े ज़ंग खा रही है. मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है.

ये भी पढ़ें: बस्ती: DM ने किसानों को दी हिदायत, पराली जलाया तो दर्ज होगा मुकदमा
दरअसल, दो साल पहले यह मशीन जिला अस्पताल में लगी थी. डेढ़ साल से लेंस और दवा की सप्लाई न होने से यह बेकार पड़ी है. 100 से अधिक गरीब मरीज ऑपरेशन के लिए इंतजार में है. इस बाबत जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ओपी सिंह ने बताया कि नेत्र सर्जन यहां थे, जिसमें से एक 31 अक्टूबर को रिटायर हो गए और दूसरे अपने पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर हैं. उन्होंने कहा कि हमने पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया है. जैसे ही डॉक्टर की उपलब्धता होगी, सेवा बहाल कर दी जाएगी.

सीएमओ से सर्जिकल सामान और लेंस की मांग की है. इसके लिए पत्र भी लिखा है. दवाओं के लिए डिमांड भेजी गई है. उपलब्ध होने पर नेत्र विभाग को दिया जाएगा. जल्द ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी.
-ओपी सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल

बस्ती: जिले में अंधता निवारण योजना फेल साबित होती नजर आ रही है. जिला अस्पताल में डेढ़ साल से मशीन लेंस और दवा की सप्लाई न होने से बेकार पड़ी हुई है. वहीं डॉक्टरों के न होने से लोगों खासकर मोतियाबिंद के मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

सीएमएस ने दी सफाई.

डॉक्टर के न होने से रोज भारी संख्या में मरीजों को वापस लौटना पड़ता है. साथ ही जो फोल्डेबल मशीन ऑपरेशन के लिए रखी हुई है, वह भी पड़े-पड़े ज़ंग खा रही है. मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है.

ये भी पढ़ें: बस्ती: DM ने किसानों को दी हिदायत, पराली जलाया तो दर्ज होगा मुकदमा
दरअसल, दो साल पहले यह मशीन जिला अस्पताल में लगी थी. डेढ़ साल से लेंस और दवा की सप्लाई न होने से यह बेकार पड़ी है. 100 से अधिक गरीब मरीज ऑपरेशन के लिए इंतजार में है. इस बाबत जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ओपी सिंह ने बताया कि नेत्र सर्जन यहां थे, जिसमें से एक 31 अक्टूबर को रिटायर हो गए और दूसरे अपने पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर हैं. उन्होंने कहा कि हमने पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया है. जैसे ही डॉक्टर की उपलब्धता होगी, सेवा बहाल कर दी जाएगी.

सीएमओ से सर्जिकल सामान और लेंस की मांग की है. इसके लिए पत्र भी लिखा है. दवाओं के लिए डिमांड भेजी गई है. उपलब्ध होने पर नेत्र विभाग को दिया जाएगा. जल्द ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी.
-ओपी सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल

Intro:बस्ती न्यूज़ रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: जनपद में अंधता निवारण योजना खुद रोशनी की तलाश में दर-दर भटक रही है. ऐसे में जब वह खुद मजबूर है तो लोगों की आंखों का नूर कैसे लौटेगा. जी हां यह हाल है जिला अस्पताल बस्ती का. यहां अंधता निवारण योजना बेमतलब बनी हुई है. क्योंकि फोल्डेबल मशीन लेंस के अभाव में धूल फांक रही है तो वहीं ऑपरेशन के लिए कोई सर्जन भी नहीं है.

यह लापरवाही मोतियाबिंद के मरीजों पर पूरी तरह से भारी पड़ रही है. डॉक्टर के ना होने से रोज भारी संख्या में मरीजों को वापस लौटना पड़ता है, साथ ही जो फोल्डेबल मशीन ऑपरेशन के लिए रखी हुई है वह भी पड़े पड़े जंग खा रही है. मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है.




Body:दरअसल दो साल पहले मशीन जिला अस्पताल में लगी थी. डेढ़ साल से लेंस और दवा की सप्लाई न होने से यह बेकार पड़ी है. 100 से अधिक गरीब मरीज ऑपरेशन के लिए इंतजार में है. इस बाबत जिला अस्पताल के अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि आई सर्जन यहां थे. जिसमें से एक 31 अक्टूबर को रिटायर हो गए और दूसरे अपने पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर हैं. उन्होंने कहा कि हमने पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया है. जैसे ही डॉक्टर की उपलब्धता होगी सेवा बहाल कर दी जाएगी.

उन्होंने बताया कि सीएमओ ने सर्जिकल सामान और लेंस की मांग की है. इसके लिए पत्र भी लिखा है और दवाओं के लिए डिमांड भेजी गई है. उपलब्ध होने पर नेत्र विभाग को दिया जाएगा. जल्दी कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी.

बाइट.... ओपी सिंह, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल


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