बस्ती: यूपी में दो जनपदों के सीमा विवाद के कारण अधूरा पड़ा काली नदी (Kali river) के ऊपर बने पुल के अप्रोच का निर्माण 7 वर्षों बाद फिर से शुरू हो गया है. ऐसे में बाढ़ से प्रभावित गांव के ग्रामीणों मे खुशी की लहर दौड़ पडी. इस मामले में डीएम बस्ती सौम्या अग्रवाल (DM Basti Saumya Agrawal) की मेहनत रंग लायी और 7 वर्षों से बस्ती और अयोध्या जनपद के बीच चल रहा सीमा विवाद (Border dispute in Ayodhya and Basti district) खत्म हो गया. जिसके बाद पुल (bridge) के अप्रोच का निर्माण दोबारा शुरू हो सका.
दरअसल, दोनों जनपदों के सीमा विवाद को लेकर बस्ती और अयोध्या जिले के बॉर्डर पर 9 करोड़ की लागत से काली नदी पर एक पुल का निर्माण किया गया था, लेकिन सीमा विवाद के चलते इस पुल का अप्रोच सात वर्षों के बाद भी नहीं बन पाया था. अप्रोच न बन पाने की वजह से पुल का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था. बीते सात सालों के दौरान जनपद मे बहुत से अधिकारी आये और चले गये, लेकिन किसी ने भी इस सीमा विवाद का हल निकालने के लिए पहल नहीं की. लेकिन, अब इस समस्या को समझा और उसका पटाक्षेप किया. पुल का निर्माण कार्य पूरा होता देख जनपदवासियों ने जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल को धन्यवाद दिया है.
आपको बता दें कि काली नदी पर पुल का निर्माण वर्ष 2013-14 में कराया गया था. लेकिन, काजीपुर विश्वा और रामपुर पुवारी गांव के निवासियों के विरोध के चलते पुल का अप्रोच नहीं बन पाया था. इस पुल के संचालन से बस्ती जिले के माझा क्षेत्र की लगभग 5000 से ज्यादा की आबादी के लोगों का आवागमन सुगम हो जायेगा.
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