ETV Bharat / state

बस्ती: दबंगों ने किसान की फसल ट्रैक्टर से रौंदा, किसानों को पीटा - बस्ती में किसानों को पीटा

यूपी के बस्ती जिले में दबंगों ने एक किसान की जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया. दबंगों ने किसान की फसल को भी ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

दबंगों ने किसान की फसल ट्रैक्टर से रौंदा
दबंगों ने किसान की फसल ट्रैक्टर से रौंदा
author img

By

Published : Dec 31, 2020, 2:04 PM IST

बस्ती: यूपी में भू माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सरेआम वे किसानों की जमीन कब्जा करने से भी नहीं चूक रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है छावनी थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव से, जहां किसानों की लगभग 92 बीघे की खेतिहर जमीन पर एक पूर्व मंत्री के गुर्गे जबरन लग्जरी गाड़ियों से कब्जा करने पहुंच गए. दबंगों के इशारे पर जैसे ही ट्रैक्टर ने किसानों की फसलों को रोकना शुरू किया तो किसान लामबंद होकर उसका विरोध शुरू कर दिया.

दबंगों ने किसान की फसल ट्रैक्टर से रौंदा

किसानों की जमीन पर कब्जा

किसान और भू माफियाओं के बीच हुए बवाल का लाइव वीडियो देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे किसान अपनी जमीन के लिए नहीं लड़ रहा हो, बल्कि वह भू माफियाओं के जमीन पर कब्जा करने पहुंचा हो. तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि किसानों को किस तरह से धक्का देते हुए भू माफिया उनकी पिटाई कर रहे हैं. पीड़ित किसान विजय शंकर सिंह ने बताया कि सपा सरकार के पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह के दो गुर्गों ने सरकारी अभिलेखों में हेरफेर करके लक्ष्मणपुर गांव के किसानों की जमीन को अपने नाम करवा लिया. इस बात की जानकारी होते ही किसानों ने हरैया एचडीएम कोर्ट में आपत्ती लगाई और मांग की थी कि किसानों की जमीन को कैसे गलत तरीके से दूसरे का नाम कर दिया गया है.

पीड़ित किसानों ने बताया कि गोंडा के रहने वाले द्वारिका नाम के एक व्यक्ति का नाम अचानक से 2012 में उनके गांव की जमीनों के हकदार के रूप में खतौनी में दर्ज हो गई. इसके बाद द्वारिका ने सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह के दो रिश्तेदारों को यह जमीन भेज दी. साल 2016 में हरैया तहसील के अधिकारियों की मिलीभगत से उन दोनों ने खतौनी में अपना नाम दर्ज करवा लिया, जिस आधार पर उक्त भू माफिया किसानों की जमीन पर कई साल से कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन किसान जब इसका विरोध करते हैं तो उन्हें उल्टे पांव लौट जाना पड़ता है.

किसानों ने बताया कि हरैया तहसील के अधिकारी भू माफियाओं से मिले हुए हैं, जिस वजह से किसानों की जमीन अब उनसे छीनी जा रही है. किसानों ने कई बार तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों से शिकायत की. लेकिन नतीजा शून्य रहा. दरअसल लक्ष्मणपुर गांव की यह जमीन बेशकीमती है, जिसकी लागत करोड़ों में है, जिस वजह से भू-माफिया इस पर कब्जा करना चाहते हैं. लेकिन किसानों के बार-बार विरोध के बाद भी वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.

वहीं पूरे मामले को लेकर बस्ती मंडल के कमिश्नर अनिल सागर से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि भू माफियाओं के खिलाफ सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन अभियान चला रहा है, जहां कहीं भी इस तरह की शिकायत मिलती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाती है. लक्ष्मणपुर गांव में दबंगों द्वारा किसानों की जमीन पर कब्जे की बात तो उसकी जांच करा कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बस्ती: यूपी में भू माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सरेआम वे किसानों की जमीन कब्जा करने से भी नहीं चूक रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है छावनी थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव से, जहां किसानों की लगभग 92 बीघे की खेतिहर जमीन पर एक पूर्व मंत्री के गुर्गे जबरन लग्जरी गाड़ियों से कब्जा करने पहुंच गए. दबंगों के इशारे पर जैसे ही ट्रैक्टर ने किसानों की फसलों को रोकना शुरू किया तो किसान लामबंद होकर उसका विरोध शुरू कर दिया.

दबंगों ने किसान की फसल ट्रैक्टर से रौंदा

किसानों की जमीन पर कब्जा

किसान और भू माफियाओं के बीच हुए बवाल का लाइव वीडियो देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे किसान अपनी जमीन के लिए नहीं लड़ रहा हो, बल्कि वह भू माफियाओं के जमीन पर कब्जा करने पहुंचा हो. तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि किसानों को किस तरह से धक्का देते हुए भू माफिया उनकी पिटाई कर रहे हैं. पीड़ित किसान विजय शंकर सिंह ने बताया कि सपा सरकार के पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह के दो गुर्गों ने सरकारी अभिलेखों में हेरफेर करके लक्ष्मणपुर गांव के किसानों की जमीन को अपने नाम करवा लिया. इस बात की जानकारी होते ही किसानों ने हरैया एचडीएम कोर्ट में आपत्ती लगाई और मांग की थी कि किसानों की जमीन को कैसे गलत तरीके से दूसरे का नाम कर दिया गया है.

पीड़ित किसानों ने बताया कि गोंडा के रहने वाले द्वारिका नाम के एक व्यक्ति का नाम अचानक से 2012 में उनके गांव की जमीनों के हकदार के रूप में खतौनी में दर्ज हो गई. इसके बाद द्वारिका ने सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह के दो रिश्तेदारों को यह जमीन भेज दी. साल 2016 में हरैया तहसील के अधिकारियों की मिलीभगत से उन दोनों ने खतौनी में अपना नाम दर्ज करवा लिया, जिस आधार पर उक्त भू माफिया किसानों की जमीन पर कई साल से कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन किसान जब इसका विरोध करते हैं तो उन्हें उल्टे पांव लौट जाना पड़ता है.

किसानों ने बताया कि हरैया तहसील के अधिकारी भू माफियाओं से मिले हुए हैं, जिस वजह से किसानों की जमीन अब उनसे छीनी जा रही है. किसानों ने कई बार तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों से शिकायत की. लेकिन नतीजा शून्य रहा. दरअसल लक्ष्मणपुर गांव की यह जमीन बेशकीमती है, जिसकी लागत करोड़ों में है, जिस वजह से भू-माफिया इस पर कब्जा करना चाहते हैं. लेकिन किसानों के बार-बार विरोध के बाद भी वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.

वहीं पूरे मामले को लेकर बस्ती मंडल के कमिश्नर अनिल सागर से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि भू माफियाओं के खिलाफ सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन अभियान चला रहा है, जहां कहीं भी इस तरह की शिकायत मिलती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाती है. लक्ष्मणपुर गांव में दबंगों द्वारा किसानों की जमीन पर कब्जे की बात तो उसकी जांच करा कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.