बस्ती: आज 27 दिसंबर है और आज के ही दिन सिक्खों के धर्म गुरु, गुरु गोविंद सिंह के दो पुत्रों को जबरदस्ती दीवार में चुनवा दिया गया था. यह वाकिया आज भी इतिहास के पन्नों में दफन है. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है, लेकिन अब भाजपा ने इस दिन को खास बनाने के लिए एक मुहिम छेड़ दी है. भाजपा नेता राजेंद्र नाथ तिवारी ने 14 नवंबर को मनाए जाने वाले बाल दिवस को अब समाप्त कर, 27 दिसंबर को बाल दिवस के तौर पर मनाने की प्रधानमंत्री से मांग की है.
दरअसल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र नाथ तिवारी ने देश के सभी सांसदों, मुख्यमंत्री, सभी दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों सहित प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखा है कि आज तक 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता रहा है, जबकि जवाहर लाल नेहरू ने ऐसा कुछ किया नहीं था कि उन्हें यह उपलब्धि मिले. सिर्फ बच्चों के पसंदीदा होने भर से उनके नाम पर बाल दिवस मनाया जाना औचित्याविहिन है, इसलिए इस दिवस को बदलकर 27 दिसंबर को बाल दिवस कर दिया जाए.
उन्होंने कहा कि देश के लिए छोटी सी उम्र में अपने प्राणों की बलि देने वाले वाले गुरु गोविंद सिंह के दो पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह ही बच्चों के आइडियल होने के असली हकदार हैं. उन दोनों बच्चों के बलिदानियों को याद करते हुए उनके नाम पर 27 दिसंबर को बाल दिवस मनाया जाना ही इतिहास के साथ न्याय होगा.
बीजेपी नेता राजेंद्र नाथ तिवारी अपने लिखे पत्र में कहते हैं कि अभी तक 14 नवंबर नेहरू के नाम से जुड़ा हुआ है, जबकि उनका बाल दिवस से कोई लेना-देना है ही नहीं. वहीं गुरु गोविंद सिंह के 4 साल और 7 साल के दो बेटों को मुगल काल में सिर्फ इसलिए जिंदा चुनवा दिया गया था, क्योंकि मुगल शासकों को इन दोनों बच्चों के पिता गुरु गोविंद सिंह नहीं मिले. देश के लिए शहीद हुए गुरु गोविंद सिंह ही देश के बच्चों के आइडियल हो सकते हैं, इसलिए बीजेपी नेता ने इसे मुद्दा बनाते हुए बाल दिवस की तारीख में बदलाव की मांग की है.