बस्ती: कोरोना वायरस का संकट आज पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले चुका है. भारत में भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. इसको रोकने के लिए भारत में भी कुछ चिकित्सा संस्थानों ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है, लेकिन परीक्षण नहीं हो पाया है. वहीं उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक युवक ने सरकार को पत्र लिखकर देहदान का प्रस्ताव रखा है.
केंद्र सरकार और प्रदेश सरकारें भी अपने स्तर पर कोरोना से लड़ाई लड़ रही हैं. लॉकडाउन को भी एक महीने से ऊपर हो चुका है. वहीं देश की जनता भी अपने-अपने तरीके से कोरोना की लड़ाई में सरकार की मदद करने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में बस्ती शहर के आवास विकास में रहने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गोरक्ष प्रान्त मंत्री राघवेंद्र सिंह ने कोरोना के इलाज के लिए बन रही वैक्सीन के परीक्षण के लिए अपना शरीर दान करने की पेशकश की है. उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर वैक्सीन परीक्षण में उनके शरीर को उपयोग में लाने की पेशकश की है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में राघवेंद्र ने बताया कि एबीवीपी राष्ट्र प्रथम के भाव को लेकर देशहित के लिए काम करती है. उन्होंने कहा को जिस प्रकार डॉक्टर, पुलिस जैसे तमाम लोग रात दिन लड़ाई लड़ रहे हैं कि कैसे कोरोना को खत्म किया जाए. साथ ही लोगों से अपील करते हुए राघवेंद्र ने कहा कि सभी लोग पूरी तरह लॉक डाउन का पालन करें. कुछ लोग ऐसे हैं जो लॉक डाउन का पालन नही कर रहे हैं. जांच में सहयोग नही कर रहे हैं. ऐसे लोगों की वजह से ही कोरोना फैल रहा है.