बस्ती: एक तरफ सरकार रोजगार देने की बात कर रही है तो दूसरी ओर खुद उनकी बनाई गई नीतियों और नियमों की वजह से रोजगार भी छिन रहा है. जी हां, आलम यह है कि बस्ती में रोजगारित 2000 हजार परिवारों के सामने अब दो जून की रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है, जिसके चलते उनको खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, जिले के परिवहन विभाग (basti transport Department) का एक फरमान ऑटो चालकों के लिए मुसीबत बन गया है. जिले में कुल 3697 ऑटो रिक्शा पंजीकृत हैं, जिसमे से 2119 ऑटो अनफिट हैं. ऐसे ही अनफिट ऑटो रिक्शा चालकों को परिवहन विभाग ने नोटिस पकड़ने के साथ भारी भरकम जुर्माना लगा दिया गया है. इस स्थिति में जुर्माना न चुका पाने से अब उन दो हजार परिवारों के सामने निवालों का संकट खड़ा हो गया है. इतना ही नहीं इन हजारों परिवारों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी नहीं कर पा रहे है.
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वहीं, ऑटो चालक और मालिक ने बताया कि "मैं सवारी के लिए चौराहे पर खड़ा था कि इतने में ही विभाग के लोग आए और कहा कि आपने फिटनेस क्यों नहीं कराया. मैं कुछ जवाब देता इतने में ही 18000 चालान काट कर मुझे थमा दिया गया. इसके 3 बार में कुल 42000 का चालान विभाग ने काट दिया. ऐसे में हम लोगों के सामने जीवकोपार्जन करने में समस्या आ रही है". विभागीय अधिकारी ने बताया कि जिले में उनके आने के बाद ये कार्यवाही की गई है, जिसमें 2000 से अधिक टैक्सियां चिन्हित है, जिन्हें वाहन फिटनेस के लिए 1 महीने का समय दिया गया था, जिनपर अब आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.