ETV Bharat / state

बरेली में मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस

बरेली में 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया. इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में इसे मनाने की घोषणा की गई. विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की शुरुआत ईट राइट मूवमेंट के तहत की गई है.

मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस.
author img

By

Published : Jun 7, 2019, 4:44 PM IST

बरेली: जिले में 7 जून को पहला विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में इसे मनाने की घोषणा की गई. 'खाद्य सुरक्षा, सभी का व्यवसाय' थीम के तहत मनाया गया.

मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस.


मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस-

  • जिले में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया.
  • नागरिकों को सुरक्षित और मिलावट रहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुरक्षित करने के लिए शपथ दिलाई गई.
  • खाद्य जनित बीमारियों के 600 मिलीयन मामलों के साथ दुनिया में 10 में से लगभग एक व्यक्ति दूषित खाने के कारण बीमार पड़ता है.
  • हर देश खाद्य जनित बीमारी से पीड़ित है.
  • विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की आवश्यकता ईट राइट मूवमेंट के तहत है.
  • इतने पर्याप्त साधनों के बाद भी भूखमरी और कुपोषण के आंकड़े कम नहीं हैं.
  • आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में लगभग 24 हजार लोग प्रतिदिन भूख से मरते हैं.
  • इस संख्या का एक हिस्सा भारत का माना जाता है.

बरेली: जिले में 7 जून को पहला विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में इसे मनाने की घोषणा की गई. 'खाद्य सुरक्षा, सभी का व्यवसाय' थीम के तहत मनाया गया.

मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस.


मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस-

  • जिले में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया.
  • नागरिकों को सुरक्षित और मिलावट रहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुरक्षित करने के लिए शपथ दिलाई गई.
  • खाद्य जनित बीमारियों के 600 मिलीयन मामलों के साथ दुनिया में 10 में से लगभग एक व्यक्ति दूषित खाने के कारण बीमार पड़ता है.
  • हर देश खाद्य जनित बीमारी से पीड़ित है.
  • विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की आवश्यकता ईट राइट मूवमेंट के तहत है.
  • इतने पर्याप्त साधनों के बाद भी भूखमरी और कुपोषण के आंकड़े कम नहीं हैं.
  • आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में लगभग 24 हजार लोग प्रतिदिन भूख से मरते हैं.
  • इस संख्या का एक हिस्सा भारत का माना जाता है.
Intro:संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में अपनाया गया पहला विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 7 जून 2019 को "खाद्य सुरक्षा, सभी का व्यवसाय" थीम के तहत मनाया जा रहा है वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन का उपयोग जीवन को बनाए रखने और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। खाद्यान्न संबंधी बीमारियां स्वास्थ्य, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओ, पर्यटन और व्यापार को नुकसान पहुंचाकर सामाजिक आर्थिक विकास को बाधित करती है।


Body:बरेली में भी विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस बनाया गया यहां पर सहायक आयोग खाद्य संजय कुमार पांडे ने लोगों को खाद्य सुरक्षा में नागरिकों को सुरक्षित व मिलावट रहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुरक्षित करने के लिए पूर्ण निष्ठा से शपथ दिलाई गई
बाइट:- संजय कुमार पांडे सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा बरेली मंडल
बात करें अनुमानित रूप से खाद्य जनित बीमारियों के 600 मिलीयन मामलों के साथ दुनिया में 10 में से लगभग एक व्यक्ति दूषित खाने के कारण बीमार पड़ जाते हैं दुनियाभर में हर देश छोटे से लेकर बड़े अमीर से लेकर गरीब खाद्य जनित बीमारी से पीड़ित है लेकिन आज ऐसा नहीं है आपूर्ति विभाग खनन समस्या को काफी हद तक हल करने में सफल हो रहा है विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की आवश्यकता ई इट राइट मूवमेंट के तहत की गई है ईट राइट मूवमेंट में दो पिलर हैं एक ईट राइट सेव और ईट राइट हेल्दी अगर हम इन दो पिलरो के माध्यम से काम करें तो सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मनुष्य को प्रदान कर सकते हैं।


Conclusion:इतने पर्याप्त साधनों के बाद भी भूखमरी और कुपोषण के मामले में आंकड़े कुछ अच्छे नहीं हैं आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में लगभग 24000 लोग प्रतिदिन भूख से मर जाते हैं और इस संख्या का एक हिस्सा भारत का माना जाता है प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रत्येक वर्ष सुरक्षित भंडारण के अभाव में गेहूं सड़ने से करीब 450 करोड़ का नुकसान होता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.