बरेली: प्रदेश में जिन किसानों ने तीन लाख से अधिक का खाद्यान्न बेचा होगा और उनके पास अगर राशन कार्ड होगा तो ऐसे राशन कार्ड धारक किसानों के राशन कार्डो का सत्यापन कर उनको निरस्त किया जाएगा. बरेली मंडल में शासन की तरफ से भेजी गई सूची में 9214 संदिग्ध किसानों के नाम भेजे गए हैं. इनके द्वारा तीन लाख से अधिक का खाद्यान्न सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचा गया है. बरेली मंडल में ऐसे किसानों की पूर्ति विभाग की तरफ से सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
बरेली में पूर्ति विभाग ने शासन से मिली सूची के आधार पर राशन कार्ड धारकों का सत्यापन शुरू कर दिया है. यह सत्यापन उन किसानों का किया जा रहा है, जिन्होंने पिछले दिनों तीन लाख से अधिक का खाद्यान्न बेचा है और उनके पास सरकार की तरफ से जारी किया गया राशन कार्ड भी है. जिस पर वह सरकार की तरफ से मिलने वाले राशन को ले रहे हैं. बरेली के जिला पूर्ति अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया के उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से 1739 नामों की लिस्ट मिली है, जो प्रथम दृष्टया संदिग्ध हैं. इनका विभाग की तरफ से सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के बाद तीन लाख से अधिक का खाद्यान्न बेचने वाले किसानों के राशन कार्ड को निरस्त किया जाएगा. इतना ही नहीं शहरी क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति की तीन लाख से अधिक वार्षिक आय होने पर और ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख से अधिक वार्षिक आय वाले राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे. बरेली मंडल के बरेली, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं और पीलीभीत जिलों में शासन की तरफ से भेजी गई लिस्ट के नामों की सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से भेजी गए किसानों के नामों की लिस्ट में बरेली मंडल में 9214 राशन कार्ड धारकों का सत्यापन होना है. इसमें बरेली में 1739, बदायूं में 813, पीलीभीत में 1952 और शाहजहांपुर में 4710 राशन कार्ड धारकों का सत्यापन होना है. सत्यापन में तीन लाख से अधिक का खाद्यान्न बेचने वाले किसानों के राशन कार्ड को निरस्त किया जाएगा. साथ ही सत्यापन के दौरान ऐसे कार्ड धारकों का भी सत्यापन होगा, जिनकी वार्षिक आय शहरी क्षेत्र में तीन लाख से अधिक और ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख से अधिक है.