बरेलीः बहेड़ी थाना क्षेत्र के रहने वाले मंगल सेन(55) की 31 मार्च को बहगुल नदी में लाश मिली थी, जिसका पुलिस ने पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया और अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू की थी. पुलिस की जांच में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मंगलसेन का बेटा रंजीत ही निकला. आरोप है कि रंजीत ने ही अपने पिता की हत्या को अंजाम दिया था.
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि मंगलसेन(55) और उसका बेटा रंजीत दोनों शहद तोड़कर बेचने का काम करते थे. दोनों में जमीन के बंटवारे को लेकर भी विवाद चल रहा था. इसके बावजूद दोनों शहद तोड़ने और बेचने का काम अधिकतर साथ-साथ ही किया करते थे. 29 मार्च को मंगलसेन जब घर लौटकर नहीं आए तो उनकी बेटी निशा ने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई.
इसके बाद 31 मार्च को बहेड़ी थाना क्षेत्र के बहगुल नदी में मंगलसेन की लाश मिली. नदी मिले शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो हत्या की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तो शक की सुई मंगलसेन के बेटे रंजीत की तरफ घूमी. पुलिस ने जब रंजीत को शुक्रवार को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या की पूरी कहानी सामने आ गई.
आरोपी रंजीत ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन वह अपने पिता मंगलसेन के साथ नदी किनारे जंगल में शहद तोड़ने गया था और उसी दौरान जमीन बंटवारे को लेकर बातचीत करते-करते दोनों में विवाद हो गया. विवाद के दौरान बेटे रंजीत ने पिता मंगलसेन के सिर पर डंडा मार दिया, जिससे वह घायल होकर बेहोश हो गए. इसके बाद रंजीत ने बेहोशी की हालत में पिता मंगलसेन को उठाकर पास में बह रही नदी में झाड़ियों में फेंक दिया, जहां पानी में डूबने से मंगलसेन की मौत हो गई.
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों में विवाद हुआ था और उसी विवाद में बेटे ने पिता की हत्या कर दी थी. जिसका शनिवार को खुलासा करते हुए आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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