बरेली: योगी सरकार प्रदेश को भष्टाचार मुक्त करने की बात कहती है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बिना रिश्वत के फाइल खोलना भी पसंद नहीं करते. ऐसा ही एक मामला आंवला तहसील में देखने को मिला है. यहां एंटी करप्शन टीम ने कानूनगो को किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि एसडीएम के आदेश के बाद भी पट्टे की भूमि से कब्जा हटवाने के लिए काननूगो किसान से दस हजार रुपये मांग रहा था.
जानें पूरा मामला
दरअसल आंवला तहसील के किटौना गांव के किसान जगन्नाथ की जमीन पर किसी ने कब्जा कर लिया है. इस संबंध में किसान ने एसडीएम आंवला से शिकायत की थी. एसडीएम ने तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिए थे. इस पर तहसीलदार ने कानूनगो मोहम्मद इफ्तियार को जमीन नापने का आदेश दिया था.
रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ कानूनगो
किसान का आरोप है कि तहसीलदार के आदेश के बाद भी कानूनगो जमीन नापने के लिए नहीं जा रहे थे. कानूनगो इसके एवज में दस हजार रुपये की मांग कर रहे थे. इस पर किसान ने 26 जून को मामले की शिकायत एंटी करप्शन कार्यालय में की. इसके बाद टीम ने कानूनगो को किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है.
सुरेश दत्त मिश्रा ने दी जानकारी
एंटी करप्शन के प्रभारी निरीक्षक सुरेश दत्त मिश्रा ने बताया कि किसान ने कानूनगो पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. इसके बाद बुधवार को टीम ने कानूनगो को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि कानूनगो के खिलाफ आंवला थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.