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बरेली: श्मशान में खुदाई के दौरान मटके में मिली जिंदा बच्ची, जिंदगी के लिए लड़ रही जंग - खुदाई के दौरान मटके में मिली बच्ची

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में श्मशान भूमि में खुदाई के दौरान तीन फिट नीचे एक मटके में जिंदा बच्ची मिली. इसके बाद इस बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां के लोगों ने बच्ची का नाम सीता रखा है.

मटके में मिली बच्ची.
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Published : Oct 12, 2019, 1:12 PM IST

बरेली: रामयाण के अनुसार मिथिला के राजा जनक को खेत में हल जोतते समय एक मटके से सीता माता की प्राप्ति हुई थी. कुछ ऐसा ही मामला बरेली में भी देखने को मिला है. यहां सिटी श्मशान भूमि में खुदाई के दौरान जमीन के अंदर से एक बच्ची मिली. इस बच्ची को किसी ने जिंदा मटकी में भरकर जमीन के अंदर दफना दिया था. फिलहाल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं एसपी सिटी का कहना है कि जिस किसी ने भी बच्ची को जिंदा दफनाने का अमानवीय कृत्य किया है, उसे सजा जरूर दी जाएगी.

मटके में मिली बच्ची.

जिला अस्पताल के एनआईसीयू में एक बच्ची को भर्ती कराया गया है, जिसे लोग कलयुग की सीता कह रहे हैं. बताया जा रहा है कि बच्ची तीन फिट गहरे गड्ढे में घड़े के अंदर से जिंदा निकली है. सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली महिला दारोगा हैं. गर्भावस्था के बाद उन्होंने डॉक्टरों की सलाह पर बच्ची का अबॉर्शन कराया.

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मृत बच्ची को हितेश दफनाने के लिए श्मशान लेकर पहुंचे. यहां उन्होंने बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवाना शुरू किया. करीब तीन फिट की खुदाई के बाद ही फावड़ा किसी चीज से टकराया. मिट्टी हटाकर देखा गया तो अंदर से एक मटका निकला. इस मटके के अंदर एक बच्ची थी, जिसकी सांसें चल रही थीं. इसे देखकर सभी लोग अचम्भित रह गए.

इसके बाद हितेश ने मटके से निकली बच्ची के लिए दूध का इंतजाम किया. हितेश ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी. इसके बाद पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद हितेश ने अपनी मृत बच्ची को दफन किया. फिलहाल बच्ची को किसने गड्ढे में दबाया इसकी जानकारी नहीं हो पाई है. वहीं गड्ढे से निकली बच्ची का नाम सीता रखा गया है.

इसे भी पढ़ें- उन्नाव केस: आरोप पत्र दाखिल करने के साथ अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की सिफारिश

वहीं इस मामले में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि जिस किसी ने भी इस बच्ची को जिंदा दफन करने का अमानवीय कृत्य किया है, उसे सजा जरूर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमें उस परिवार की तलाश में जुट गई हैं, जिन्होंने बच्ची को मटके में जिंदा दफन किया है. उनका कहना है कि सादी वर्दी में भी पुलिस की टीमें तलाश कर रही हैं.

बरेली: रामयाण के अनुसार मिथिला के राजा जनक को खेत में हल जोतते समय एक मटके से सीता माता की प्राप्ति हुई थी. कुछ ऐसा ही मामला बरेली में भी देखने को मिला है. यहां सिटी श्मशान भूमि में खुदाई के दौरान जमीन के अंदर से एक बच्ची मिली. इस बच्ची को किसी ने जिंदा मटकी में भरकर जमीन के अंदर दफना दिया था. फिलहाल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं एसपी सिटी का कहना है कि जिस किसी ने भी बच्ची को जिंदा दफनाने का अमानवीय कृत्य किया है, उसे सजा जरूर दी जाएगी.

मटके में मिली बच्ची.

जिला अस्पताल के एनआईसीयू में एक बच्ची को भर्ती कराया गया है, जिसे लोग कलयुग की सीता कह रहे हैं. बताया जा रहा है कि बच्ची तीन फिट गहरे गड्ढे में घड़े के अंदर से जिंदा निकली है. सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली महिला दारोगा हैं. गर्भावस्था के बाद उन्होंने डॉक्टरों की सलाह पर बच्ची का अबॉर्शन कराया.

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मृत बच्ची को हितेश दफनाने के लिए श्मशान लेकर पहुंचे. यहां उन्होंने बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवाना शुरू किया. करीब तीन फिट की खुदाई के बाद ही फावड़ा किसी चीज से टकराया. मिट्टी हटाकर देखा गया तो अंदर से एक मटका निकला. इस मटके के अंदर एक बच्ची थी, जिसकी सांसें चल रही थीं. इसे देखकर सभी लोग अचम्भित रह गए.

इसके बाद हितेश ने मटके से निकली बच्ची के लिए दूध का इंतजाम किया. हितेश ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी. इसके बाद पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद हितेश ने अपनी मृत बच्ची को दफन किया. फिलहाल बच्ची को किसने गड्ढे में दबाया इसकी जानकारी नहीं हो पाई है. वहीं गड्ढे से निकली बच्ची का नाम सीता रखा गया है.

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वहीं इस मामले में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि जिस किसी ने भी इस बच्ची को जिंदा दफन करने का अमानवीय कृत्य किया है, उसे सजा जरूर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमें उस परिवार की तलाश में जुट गई हैं, जिन्होंने बच्ची को मटके में जिंदा दफन किया है. उनका कहना है कि सादी वर्दी में भी पुलिस की टीमें तलाश कर रही हैं.

Intro:ये डे प्लान स्टोरी है।
रामायण की तरह खुदाई के दौरान जमीन के अंदर मटके में बंद मिली ज़िंदा बच्ची, अस्पताल स्टाफ ने बच्ची का नाम रखा सीता


एंकर- रामयाण के अनुसार मिथिला के राजा जनक को खेत में हल जोतते समय एक मटके से सीता माता की प्राप्ति हुई थी। कुछ ऐसा ही देखने को मिला बरेली में जहाँ पर श्मशान भूमि में खुदाई के दौरान जमीन के अंदर मटके में बंद एक बच्ची मिली। कोई ज़िंदा बच्ची को मटके में बंद कर दफन कर गया था। 





Body:वीओ1- जिला अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती यही वो इस कलयुग की सीता है जो 3 फुट गहरे गड्ढे में घड़े के अंदर से ज़िंदा निकली है। सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली महिला दरोगा है। गर्भावस्था के बाद उन्होंने प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। हितेश मृत बच्ची को दफनाने श्मशान पहुंचे और उन्होंने बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवाना शुरू किया। करीब तीन फिट की खुदाई के बाद फावड़ा किसी चीज से टकराया तो मिटटी हटा कर देखा गया तो अंदर से एक मटका निकला। मटके के अंदर एक बच्ची थी जिसकी सांस चल रही थी। देख कर सभी लोग अचम्भित रह गए।


बाइट- पूजा, मृत बच्ची के परिजन


वीओ2- हितेश ने मटके से निकली बच्ची को अपने सीने से लगा लिया। बच्ची रो रही थी तो उसके लिए दूध का इंतजाम किया गया। हितेश ने इस दौरान पुलिस को भी सूचना दे दी और पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद हितेश ने अपनी मृत बच्ची को दफन किया। बच्ची को कौन गड्ढे में दबा गया इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। इस बच्ची का नाम अस्पताल के स्टाफ ने सीता रखा है। 


बाइट- विमल कुमार, एनआईसीयू इंचार्ज

बाइट- अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी


Conclusion:वीओ3- वही इस मामले में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि जिस किसी ने भी इस बच्ची को ज़िंदा दफन करने का अमानवीय कृत्य किया है उसे सजा जरूर दी जाएगी। उनका कहना है की पुलिस की टीमें उस परिवार की तलाश में जुट गई है जिन्होंने बच्ची को मटके में ज़िंदा दफन किया है। उनका कहना है की सादी वर्दी में भी पुलिस की टीमें तलाश में जुट गई है।

रंजीत शर्मा
9536666643
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